पटना:बिहार (Bihar) में कोरोना (Corona) की थमी रफ्तार के बाद सोमवार को सरकार ने लोगों को और रियायतदेने की घोषणा की है. राज्य में अब 11 वीं से ऊपर के शिक्षण संस्थानों को 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोलने का निर्णय लिया गया है. इसकी घोषणा खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने की.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को इसकी जानकारी अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से देते हुए ट्वीट कर लिखा, "कोरोना की स्थिति की समीक्षा के बाद सभी सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों को सामान्य रूप से खोलने का निर्णय लिया गया है. टीका प्राप्त आगंतुक कार्यालय में प्रवेश पा सकेंगे."
नीतीश कुमार ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "विश्वविद्यालय, सभी कॉलेज, तकनीकी शिक्षण संस्थान, सरकारी प्रशिक्षण संस्थान, 11 वीं एवं 12 वीं तक के विद्यालय 50 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति के साथ खुलेंगे."
उन्होंने यह भी कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं कर्मियों के लिए टीकाकरण की विशेष व्यवस्था होगी. मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही कहा कि रेस्टोरेंट एवं खाने की दुकान का संचालन 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ हो सकेगा. नीतीश ने हालांकि लोगों से अभी भी सावधानी बरतने की बात कही है. उन्होंने कहा कि अभी भी सावधानी की जरूरत है. इसके पहले आपदा प्रबंधन समूह की बैठक हुई. राज्य में आठ जून को लॉकडाउन समाप्ति के बाद अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है, जिसके तहत रियायत दी जा रही है.
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बिहार में संक्रमितों की संख्या लगातार घट रही है. वहीं, वैक्सीनेशन का कार्य भी चल रहा है. नीतीश सरकार ने 6 महीने में छह करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है. हालांकि पर्याप्त मात्रा में टीका उपलब्ध नहीं होने से वैक्सीनेशन में जरूर खलल पड़ रहा है. लेकिन आने वाले दिनों में गति बढ़ने की उम्मीद है.