पटना:बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आज निजी मेडिकल कॉलेजों में फीस में कटौती (Fee Reduction in Private Medical Colleges) का मामला उठा. जिसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Health Minister Mangal Pandey) ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग करता है. उसके द्वारा गठित कमेटी बच्चों की फीस तय करती है. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कहा कि जिस तरह पता चला है कि बच्चे यूक्रेन जैसे देशों में पढ़ने जा रहे हैं, वैसे में हमें इस बारे में विचार करना होगा.
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निजी मेडिकल कॉलेजों में फीस कटौती: दरअसल, जेडीयू विधायक डॉ. संजीव कुमार सहित कई विधायकों ने सदन में ये मामला उठाया. संजीव कुमार ने कहा कि फीस में कटौती और फीस निर्धारण कर सीएम नीतीश कुमार देश भर में मिशाल पेश करें. साथ ही सरकार की ओर से हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोला जाए. वहीं, बीजेपी विधायक नीतीश मिश्रा ने पूछा कि सवाल बिहार में मेडिकल की कितनी सीटें हैं और कितने कॉलेज खोले जा रहे हैं.
16 साल में 6 मेडिकल कॉलेज: इस सवाल के जवाब में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि फिलहाल बिहार में 1850 यूजीसी की सीटें हैं. आजादी के बाद पिछले 56 साल में सिर्फ 6 मेडिकल कालेज खुले, जबकि पिछले 16 साल में एनडीए की सरकार में 6 नए मेडिकल कालेज खोले गए गए हैं.