पटना : बिहार में जेडीयू दलित समाज के लोगों को एकजुट करने के लिए ही भीम संसदजैसे कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. पार्टी में ज्यादा से ज्यादा दलित वर्ग के लोग जुटे और इस कार्यक्रम में आए, इसको लेकर पार्टी के कई मंत्री लगातार जिलों में जाकर प्रचार प्रसार कर रहे हैं. इसको लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि नीतीश कुमार सरकारी धन का दुरुपयोग कर इस तरह का कार्यक्रम कर रहे हैं, जो कि कहीं से भी उचित नहीं है.
'दलित प्रेम का दिखावा कर रहे नीतीश कुमार ': गुरु प्रकाश ने अखबार में छपे विज्ञापन को दिखाते हुए बताया है कि देखिए लाखों करोड़ों रुपया खर्च कर जनता दल यूनाइटेड इस तरह का विज्ञापन अखबारों में छपवाती है. सबसे बड़ी बात है कि विज्ञापन में जो दलित समाज से आने वाले मंत्री हैं. उनका सिर्फ नाम दिया जाता है और उनकी तस्वीर नहीं छापी जा रही है. आप खुद समझ लीजिए कि किस तरह का दलित प्रेम नीतीश कुमार को है.
"निश्चित तौर पर नीतीश कुमार का दलित प्रेम सिर्फ दिखावा है. बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर नीतीश कुमार दिखावा करना चाह रहे हैं. देश की जनता इस बात को भूली नहीं है कि कैसे सदन में नीतीश कुमार ने मुसहर महादलित समाज से आने वाले जीतनराम मांझी को तू-तड़ाक का इस्तेमाल कर उन्हें अपमानित किया था. क्या कहा था आपने कि तुमको हम मुख्यमंत्री बनाए, तुमको कोई सेंस नहीं हैं." -गुरु प्रकाश पासवान, प्रवक्ता, बीजेपी
'बहकावे में नहीं आएगा दलित समाज' :गुरु प्रकाश पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि कितने दलितों को उन्होंने राज्यसभा भेजा है या अपने पार्टी में बड़ा पद दिया है. निश्चित तौर पर दलित का प्रेम जो दिख रहे हैं वह मात्र एक दिखावा है. कहीं न कहीं यह बिहार के दलित जानते हैं कि नीतीश कुमार ने उनके समाज के लिए कोई काम नहीं किया है. सिर्फ और सिर्फ दिखावे के लिए इस तरह के कार्यक्रम किये जा रहे हैं.