पटनाः सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक अन्ने मार्ग स्थित अनेक संभाग में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से कई विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है. सीएम ने आला अधिकारियों थे कोरोना संक्रमण से संबंधित रिपोर्ट ली. वहीं, जापानी इंसेफेलाइटिस और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम को लेकर विस्तृत चर्चा की. इस दौरान अधिकारियों को कई निर्देश दिए.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में 2012, 2014 और 2019 में एईएस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. 8 जिलों में पीएमसीएच पटना, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर, एएनएमसीएच गया, डीएमसीएच दरभंगा, एसएच अस्पताल हाजीपुर, एसडीएएच नवादा और मोतिहारी में पीकू का निर्माण पूर्ण हो चुका है. बाकी के 7 जिलों में पीकू का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. वहीं, समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद ने बताया कि 303 अतिरिक्त आंगनवाड़ी केंद्र स्थापित कर संचालित किए गए हैं. मुजफ्फरपुर में 1896 आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषाहार के अलावा दूध का पैकेट वितरित किया जा रहा है.
एईएस से बचाव के लिए जागरूकता फैलायेगी जीविका
ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत शौचालय निर्माण एवं 29,589 परिवारों को पीएम आवास योजना ग्रामीण के तहत आवास की स्वीकृति दी गई है. वहीं, आवास के लिए भूमिहीनों को सीएम वास स्थल क्रय योजना के तहत पैसे दिए जा रहे हैं. जबकि जीविका कार्यपालक निदेशक बाला मुरुगन डी ने जानकारी दी कि 7082 परिवारों को जीविका से जोड़ गया है. वहीं, 2587 परिवारों को सतत जीविकोपार्जन योजना का लाभ दिया जा रहा है. जीविका मित्रों को ट्रेनिंग देकर एईएस से बचाव के संबंध में जागरूक किया जा रहा है.
दिए जा रहे नये राशन कार्ड
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग सचिव पंकज कुमार पाल ने बताया कि मुजफ्फरपुर के 5 प्रखंडों में 29360 परिवार चिन्हित किए गए हैं. 15085 परिवारों का राशन कार्ड के लिएसर्वेक्षण कराया गया. जिनमें 8700 को नया राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया है. 14275 राशन कार्ड के लिए आवेदन आए हैं जिनमें से 114 68 परिवार को नया राशन कार्ड निर्गत किया गया है.