पटनाःमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान (Institute Of Health And Family Welfare) के परिसर में टेलीमेडिसिन स्टूडियो (ई-संजीवनी) का शुभारंभ (Telemedicine Studio In Patna) किया. इसके साथ ही उन्होंने राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के सभागार में 1919 करोड़ 95 लाख रुपये की लागत से 772 विभिन्न योजनाओं का रिमोट के माध्यम से शिलान्यास और उद्घाटन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री परिसर में निर्माणाधीन स्वास्थ्य भवन का भी निरीक्षण किया.
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मुख्यमंत्री ने जमुई में लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज और हॉस्पीटल का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास किया. उन्होंने ने कहा कि मुझे खुशी है कि आज कई योजनाओं का शिलान्यास, कार्यारम्भ और उद्घाटन किया गया है. जब से हमलोगों को काम करने का मौका मिला है, तब से सभी क्षेत्रों में विकास का काम किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद सर्वे कराया, जिसकी रिपोर्ट फरवरी 2006 में आई. सर्वे से पता चला कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक माह में 39 लोग इलाज के लिए लोग आते थे. स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई कदम उठाए गए और अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लोग 10 हजार लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. सातों दिन 24 घंटे लोगों का ट्रीटमेंट शुरु किया गया. लैंडलाइन टेलीफोन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग और मुख्यमंत्री सचिवालय से जानकारी ली जाती है. हमलोगों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक मुफ्त दवा की व्यवस्था करायी.
'मुजफ्फरपुर में एक प्राइवेट अस्पताल में हाल ही में आंखों के इलाज के दौरान मरीजों के आंखों की रौशनी चली गई. यह बेहद दुखद है. प्राइवेट अस्पतालों को ठीक से काम करना होगा. हमलोग इस घटना की जांच करवा रहे हैं जो भी दोषी पाए जाएंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी. जिन लोगों की आंखें चली गईं हैं राज्य सरकार की तरफ से पीड़ितों को सहायता दी जाएगी'-नीतीश कुमार, सीएम
पटना के एम्स में इलाज कराने आने वाले मरीजों के परिजनों के लिए एम्स के पास ही राज्य सरकार की तरफ से रोगी परिचारी गृह का निर्माण कराया जायेगा. एम्स के एक्सपेंशन के लिए भी जमीन उपलब्ध कराएंगे. शिशु रोग अतिविशिष्ट अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा. आयुष प्रक्षेत्र में भी बेहतर काम किया जा रहा है, अब नई तकनीक के माध्यम से स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को और प्रभावी ढंग से क्रियान्वित एवं नियंत्रित किया जाएगा. उन्होंने चिकित्सकों से निवेदन करते हुए कहा कि बिहार में रहिए, बिहार की सेवा कीजिए. हमलोग इलाज के साथ-साथ चिकित्सकीय शिक्षा के क्षेत्र में भी काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
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बिहार में कोरोना टेस्ट पर सीएम ने कहा कि देश में 10 लाख की आबादी पर जितनी औसत जांच की जा रही है, उससे बिहार में की जा रही जांच अधिक है. मंगलवार तक 9 करोड़ 1 लाख 56 हजार 334 कोरोना टीका के डोज दिए जा चुके हैं. पिछड़े राज्य होते हुए भी हमलोग विकास के कई काम कर रहे हैं.
वहीं, कार्यक्रम के दौरान कॉफी टेबल बुक मीमांशा - 2021' का भी मुख्यमंत्री ने विमोचन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, बिल एंड गेट्स मिलिंडा फाउंडेशन के कंट्री हेड हरि मेनन, अपर सचिव स्वास्थ्य कौशल किशोर सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे. जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, सांसद चिराग पासवान, विधायक दामोदर रावत, विधायक सुश्री श्रेयसी सिंह, अन्य सांसदगण, विधायकगण, विधान पार्षदगण, अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य व्यक्ति जुड़े हुए थे.
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