पटना: आर ब्लॉक दीघा अटल पथ के उद्घाटन समारोह में पहुंचे सीएम नीतीश कुमार मीडिया के सवालों पर तिलमिला उठे. रूपेश सिंह हत्याकांड में अपराधियों की गिरफ्तारी कब होगी के सवालों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मीडियाकर्मियों पर ही बरसे पड़े. उन्होंने यहां तक कह दिया कि ऐसे सवालों से पुलिसकर्मियों को डिमोरलाइज ना करें. पुलिस अपना काम कर रही है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यही नहीं रुके. गुस्से में उन्होंने कहा कि पहले क्या होता था यह सभी जानते हैं. अगर किसी की हत्या होती है तो उसका कोई कारण होता है. और उसी कारण की पुलिस जांच कर रही है. जल्द ही मामले का खुलासा होगा. रूपेश सिंह की हत्या दुखद है. डीजीपी पूरे मामले की देखरेख कर रहे हैं. स्पीडी ट्रायल के तहत कार्रवाई होगी.
'आपकी बैठक का क्या मतलब'
राज्य में बढ़ते अपराध पर सीएम नीतीश कुमार कई बार अधिकारियों के साथ मीटिंग कर चुके हैं. बावजूद अपराध पर लगाम नहीं लग रहा है. लिहाजा मीडिया ने पूछा कि आप लगातार बैठक करते हैं. फिर भी अपराध चरम पर है. जिसके जवाब में उन्होंने मीडियाकर्मियों पर ही भड़क गए. उन्होंने कहा आप लोग किसके समर्थक हैं.
'किसके आदमी हैं आप लोग'
सवालों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इतना तिलमिला उठे कि उन्होंने मीडिया कर्मियों से पूछ दिया की आप लोग किसके आदमी हैं. दरअसल, पटना में रूपेश सिंह हत्याकांड और मुजफ्फरपुर में दुष्कर्म के बाद बच्ची को जिंदा जलाने के मामले में मीडिया वाले लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सवाल पूछ रहे रहे थे. सवाल सुन सीएम नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में ही कुछ मीडियाकर्मियों को आरजेडी का आदमी बता दिया.
'पहले क्यों नहीं करते थे हाईलाइट'
हाल के दिनों में जिस तरह से एक के बाद एक हत्याएं हुई हैं. उससे ना सिर्फ पुलिस बल्कि सरकार की नीति और नीयत सवालों के घेरे में है. जिसका जवाब देते-देते पुलिस और नेताओं की सांसें फूल रही हैं. मुख्यमंत्री 15 साल पहले यानी लालू-राबड़ी कार्यकाल और एनडीए सरकार की तुलना कर अपराध के आंकड़ों को सामने रख यह साबित करने की कोशिश कर रहे थे कि पहले क्या होता था और आज क्या होता है. उन्होंने कहा कि पहले हत्या होती थी तब कोई इतना सवाल नहीं उठाता था.
'फोन तक नहीं उठाते हैं डीजीपी'
रूपेश सिंह हत्याकांड में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है. इन सब के बीच सीएम नीतीश कुमार से सवाल-जवाब के बीच एक पत्रकार ने पूछ दिया कि अगर किसी के पास किसी हत्याकांड के जुड़े साक्ष्य या जानकारी हो भी तो किसे बताएं. क्योंकि डीजीपी साहब फोन तक नहीं उठाते हैं. इतना ही नहीं मैसेज का जवाब तक नहीं देते हैं. जिसपर मुख्यमंत्री ने कहा की मामले को डीजीपी से बात करेंगे.
अपराधियों के हौसले बुलंद
नई सरकार गठन के बाद बिहार में अपराध चरम पर है. हर एक दिन किसी ना किसी जिले में मर्डर, लूट जैसी बड़ी घटनाएं घट रही है. यह सच है कि सीएम नीतीश कुमार अधिकारियों के साथ कई बार बैठक कर चुके हैं और सख्त आदेश चुके हैं. बावजूद कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. राजधानी पटना में ही अपराधी सरेआम वारदात को अंजाम दे रहे हैं और निकल जा रहे हैं. लिहाजा अब ना सिर्फ विपक्ष बल्कि राज्य की जनता के मन में भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. जिसका पुख्ता जवाब फिलहाल ना तो सरकार के पास है और ना ही पुलिस के वरीय अधिकारियों के पास. सारे सवालों का एक ही जवाब दिया जा रहा है. जांच हो रही है कड़ी कार्रवाई होगी.