नयी दिल्ली/पटना:आज स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती (Birth Anniversary of Ramvilas Paswan) है. इस मौके पर उनके पुत्र व लोजपा नेता चिराग पासवान (LJP Leader Chirag Paswan) ने दिल्ली में अपने आवास पर उनकी जयंती के मौके पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान वे काफी भावुक दिखे. उनके साथ उनकी माता, परिवार के अन्य सदस्य और पार्टी के नेता भी मौजूद थे.
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'आज ऐसा पहली बार हुआ है. जब पापा अपने जन्मदिन के मौके नहीं हैं. उनका आशीर्वाद हमेशा हम लोगों के साथ बना रहेगा.' चिराग पासवान, लोजपा नेता
चिराग ने बोला- सच्चाई की राह पर चल रही है टीम
चिराग ने कहा कि मैं और पूरी लोजपा सच्चाई के रास्ते पर चल रही है. उन्होंने कहा कि यह परिवार एवं पार्टी के लिए कठिन दौर है. लेकिन पिताजी से सीख लेकर आगे बढ़ना है. पापा कहते थे कि "तुम सच्चे हो और सच्चाई के रास्ते पर चल रहे हो तो भले अकेले चलना पड़े तो चलो. फिर देखना है एक-एक कर काफिला कितना बड़ा होता चला जाएगा."
हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा
बता दें कि चिराग पासवान दिल्ली से बिहार के लिए रवाना हो गए हैं. बिहार के हाजीपुर से आज आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत करेंगे. यह यात्रा पूरे बिहार में जाएगी. बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान करीब 25 लाख वोट लोजपा को मिले थे. इसके लिए चिराग जनता का शुक्रिया अदा करेंगे. यात्रा ऐसे समय में चिराग निकालने जा रहे हैं जब उनकी पार्टी में टूट हो गई है.
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लोजपा टूट की कहानी
दरअसल, चिराग के चाचा एवं सांसद पशुपति पारस (Pashupati Paras) समेत पार्टी के 5 सांसदों ने बगावत कर दी. बागी सांसदों ने चिराग की जगह पारस को संसदीय दल का नेता बना दिया. पारस अपने गुट के लोगों के साथ बैठक कर चिराग की जगह खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए.
इसके बाद चिराग ने बागी सांसदों को पार्टी से निकाला व लोजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलायी. जिसमें 95 फीसदी लोजपा के लोग मौजूद थे. लोजपा दो खेमों में बंट चुकी है. पारस खेमा कहता है कि असली लोजपा हम हैं जबकि चिराग गुट कहता है की असली लोजपा हम हैं. मामला चुनाव आयोग में है.