पटना:नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट (NITI Aayog Report) में स्वास्थ्य सुविधा को लेकर बिहार की पोल खोलकर रख दी है. इसके बाद से प्रदेश में राजनीति चरम पर है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) नीति आयोग की बातों से शायद इत्तेफाक नहीं रखते हैं. तभी तो जब संवाददाता ने इस मुद्दे को लेकर पूछा तो नीतीश कुमार 'पता नहीं' कहकर चलते बने.
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गांधी जयंती के मौके पर पटना के गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए नीतीश कुमार से मीडियाकर्मियों ने नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर सवाल किया था. नीतीश कुमार से पहले स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी जवाब देने से कतराते नजर आए थे. मंगल पांडेय ने 'चलिए ना..' कहकर पल्ला झाड़ लिया था.
इस मुद्दे को विपक्ष ने भुनाना शुरू कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा , पत्रकार: सर, नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार सबसे फिसड्डी है. CM: 'पता नहीं'. बिहार शिक्षा, स्वास्थ्य और सतत विकास सूचकांक में सबसे नीचे है. CM: 'पता नहीं'. बिहार के मंत्रियों और विधायकों के घर डकैती हो रही है. अपराध कई गुणा बढ़ गया है. 70 घोटाले हो चुके हैं. CM: 'पता नहीं'
अपने दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, जनता: श्रीमान फिर आपको पता क्या है? CM: 'नीति, नियम, सिद्धांत, विचार बेच कुर्सी से कैसे चिपके रहे, जनता के सवालों से कैसे छिपते रहे और अखबारों में कैसे छपते रहे, यह सब पता है.' जनता: तभी आपको 40 सीट मिली है और आप अनुकंपा पर CM हैं. CM: 'पता नहीं'.
आपको बता दें कि नीति आयोग द्वारा जारी एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-21 में बिहार को निचले पायदान पर रखा गया है. जिला अस्पतालों पर एक रिपोर्ट पेश किया गया है. रिपोर्ट में आया है कि देश में जिला अस्पतालों में प्रति एक लाख आबादी पर औसतन 24 बिस्तर हैं. पुडुचेरी में जिला अस्पतालों में सर्वाधिक (औसतन 222) बिस्तर उपलब्ध हैं. वहीं, बिहार में सबसे कम छह बिस्तर हैं. बिहार को एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-21 में 52 अंक मिला है. बिहार सबसे निचले पायदान पर है. बिहार से ऊपर अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, असम, उड़ीसा और झारखंड जैसे राज्य हैं.
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