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बिहार : महापर्व छठ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न, कोरोना से मुक्ति के लिए हुई प्रार्थना

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Published : Nov 21, 2020, 12:32 PM IST

4 दिनों तक चलने वाला छठ महापर्व आज उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद समाप्त हुआ. एक दो-जगहों पर हुई छिट पुट घटनाओं को छोड़ दें तो तमाम जिलों में छठ महापर्व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. इस दौरान प्रशासन के जरिए तमाम घाटों पर अच्छी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.

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पटनाःलोक आस्था का महापर्व छठ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. पटना समेत बिहार के तमाम जिलों में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ व्रतियों ने पारण किया. छठ महापर्व को लेकर बिहार समेत उत्तर भारत में उत्साह का माहौल था. आखिरी दिन उगते सूर्य को अर्घ देने के बाद लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का समापन हुआ.

हालांकि इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने आग्रह किया था कि ज्यादा से ज्यादा लोग हो सके तो छठ पूजा घर पर ही मनाएं. जिसका असर भी काफी दिखा. कई जगहों पर छठव्रती अपने-अपने घरों की छत पर पूजा करते देखे गए.

पटना से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

पटना में छठ महापर्व संपन्न
पटना के बिहटा में छठ महापर्व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. बाबा बिटेश्वरनाथ मंदिर में बने तलाब, सिकंदरपुर में बने स्वामी आश्रम के तालाब, परेव सोन घाट और आसपास के इलाकों में लोगों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. वहीं, स्थानीय प्रशासन ने पूरे घाटों पर चाक-चौबंद की और पूरे इलाके में गश्त करती दिखी हर छठ घाट पर एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की तैनाती भी की गई थी ताकि कोई अनहोनी ना हो.

छठ घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़

छठ व्रतियों ने कहा कि इस बार कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से जो दिशा-निर्देश आया है, उसको पूरी तरह से पालन हम सभी कर रहे हैं. जिसके कारण इस बार गंगा घाट और सोन घाट पर भीड़ कम देखी गई.

सूप में सजी पूजा सामग्री

रोहतास में छठ महापर्व संपन्न
रोहतास जिले के सूर्यपुरा दिनारा दावथ में उगते सूर्य को अर्घ्य देकर शनिवार को छठ पूजा संपन्न हो गई है. छठ पूजा मनाने वाले व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर कड़ी साधना करके सूर्य से अपनी कृपा बनाए रखने की प्रार्थना की. महिलाओं ने छठी मइया और सूर्य भगवान से अपनी संतानों, पति व परिवार की खुशियां मांगीं. इसके बाद उन्होंने अपने निर्जला व्रत का पारण किया. इस दौरान दिनारा सूर्यपुरा दावथ में छठ घाटों पर व्रतियों के अलावा परिवार के सदस्यों की भी काफी भीड़ उमड़ी.

छठ घाट का नाजारा

बांका में छठ महापर्व संपन्न
उधर, बांका में भी चांदन और ओढ़नी नदी के साथ-साथ पापहरणी सरोवर के घाट पर छठ की छटा देखते ही बनी. यहां भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा था. सूर्य उपासना का महापर्व उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ पर्व संपन्न हो गया. जिले के तमाम घाटों पर पर्व को लेकर लोग भक्ति में नजर आए.

कतार में जाते छठ व्रती

इस दौरान हर तरफ छठी मइया के गीत गुंजायमान रहे. इस मौके पर पूर्व मंत्री सह विधायक रामनारायण मंडल, कटोरिया विधायक निक्की हेम्ब्रम, अमरपुर विधायक जयंत राज अपने घाट पर परिजनों के साथ छठ में शामिल हुए. वहीं, मंदार पापहरणी का छठ आकर्षण का केंद्र बना रहा.

पानी में खड़ी छठ व्रती

जमुई में संपन्न हुई छठ पूजा
जमुई के झाझा प्रखंड में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक के विभिन्न नदी घाटों पर पहुंचकर श्रद्वालुओं और छठव्रतियों ने उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पण किया. इसके साथ ही चार दिनों तक चलने वाला सूर्योपासना का महापर्व छठ संपन्न हो गया. इससे पूर्व शुक्रवार की शाम हजारों छठ व्रतियों ने छठ घाटों पर पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया और भगवान भास्कर को नमन करते हुये सुखमय ,समृद्वि जीवन की कामना की.

जमुई से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

वहीं शनिवार को श्रद्वालु पौ फटने के पूर्व ही झाझा के नजदीकी गणेशी मंदिर, पुरानी बाजार, चरघरा सहित अन्य छठ घाट के किनारे अर्घ्य देने के लिये पहुंचे. नदी की जलधारा में खड़े होकर व्रतियों और श्रद्वालुओ ने सूर्य की उपासना की.

औरंगाबाद में छठ महापर्व संपन्न
औरंगाबाद जिले के विभिन्न घाटों पर उदीयमान भगवान भास्कर के प्रातःकालीन अर्घ्य के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ संपन्न हुआ. सांध्यकालीन अर्घ्य के बाद छठव्रतियों ने देर रात तक छठी मैया के गीत गाये और ईख के बीच कोसी भराई का आयोजन किया गया. छठव्रती अहले सुबह से ही अपने अपने घर से घाट की ओर निकल पड़े. जहां पहुंचकर सभों ने भगवान सूर्य के उदय का इंतजार किया. जैसे ही भगवान सूर्य के उदय की लालिमा पूर्व दिशा की ओर दिखी व्रतियों ने जयकारा लगाकर उनका स्वागत किया.

अराधना में लीन छठ व्रती

प्रातः कालीन अर्घ्य अर्पित कर अपने चार दिवसीय अनुष्ठान को पूर्ण किया. शहर हो या गांव सभी जगह छठ घाटों पर कोरोना के भय से मुक्त होकर श्रद्धालुओं ने भगवान के प्रति अपनी आस्था और निष्ठा दिखाई. इस दौरान छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर से संसार को कोरोना से मुक्ती देने की कामना भी की.

कैमूर में भी संपन्न हुई छठ पूजा
कैमूर जिला अंतर्गत सभी पंचायतों और प्रखंडों में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा शनिवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद संपन्न हुआ. पारंपरिक गीतों के साथ उदयमान होने की अर्जी लगाते हुए विनती की गई. सुबह 6:15 पर भगवान सूर्यदेव के दर्शन होने के साथ ही छठ व्रतियों महिलाएं एवं पुरुषों के द्वारा उदयमान सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिवसीय छठ पूजा अनुष्ठान को संपन्न किया.

छठ घाट

इस दौरान पुलिस की मौजूदगी के साथ-साथ प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से चिकित्सक टीम भी मौजूद रहे. ग्राम हाटा बाजार के हाटा खरीगांवा मुख्य मार्ग में पड़ने वाले पोखरा पर दीनदयाल साह केशरी समाज कल्याण समिति हाटा के द्वारा छठ व्रतियों के लिए भव्य व्यवस्थाएं की गई. समिति की ओर से घाट पर गोताखोर रखे गए.

इस मौके पर अंचलाधिकारी पुरेंद्र कुमार सिंह भी लगातार सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे. जबकि चैनपुर बीडीओ राजेश कुमार एवं थानाध्यक्ष उदय भानु सिंह भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर क्षेत्र में लगातार गश्ती करते रहे.

छठ घाट पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

महापर्व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न
बता दें कि 4 दिनों तक चलने वाला छठ महापर्व आज उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद समाप्त हुआ. एक दो जगहों पर हुई छिट पुट घटनाओं को छोड़ दें तो तमाम जिलों में छठ महापर्व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. इस दौरान प्रशासन के जरिए तमाम घाटों पर अच्छी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. साथ ही छठ व्रतियों को परेशानी ना हो इसके लिए घाटों और सड़कों पर लाइटिंग का भी अच्छा इंतजाम था. कुल मिलाकर विश्वास और आस्था का यह चार दिवसीय पर्व धूमधाम से संपन्न हुआ.

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