पटनाः लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग खत्म होने के साथ ही उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम मशीन में कैद हो गया. वहीं इस बार भी पटना साहिब के मतदाताओं में मतदान को लेकर कोई खास उत्साह नहीं देखा गया. यह निर्वाचन आयोग के लिए एक चिंता का विषय है.
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान की प्रकिया समाप्त होने के बाद बूथ केंद्रों पर ईवीएम मशीन और वीवीपैट को सील करने का काम किया गया. पीठासीन की मौजूदगी में मतदानकर्मियों ने मशीनों को सील करने का काम किया है. वहीं, इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई, ताकि किसी तरह की कोई धांधली ना हो सके.
EVM में कैद हुई प्रत्याशियों की किस्मत पीठासीन पदाधिकारी के निगरानी में EVM
वहीं, इस पूरी प्रक्रिया के दौरान प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंट मौजूद रहते हैं. सील ईवीएम मशीनों को पीठासीन पदाधिकारी के निगरानी में जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा बनाये गए स्ट्रांग रूम में रखे जाएंगे. जिसकी गिनती 23 मई को होगी है.
पदाधिकारी ने चिंता जताई
पटना साहिब के बांकीपुर विधानसभा के बूथ 100 पर कम हुए मतदान को लेकर पीठासीन पदाधिकारी ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि राजधानी होने के बावजूद भी लोगों में मतदान ना करने की बात समझ में नही आई. लोकसभा चुनाव के आखरी चरण के हुए मतदान में मोदी सरकार के चार मंत्रियों के किस्मत का फैसला ईवीएम मशीन में बंद है.