पटना: बिहार में स्वास्थ्य कर्मी पूर्ण योद्धा की तरह काम कर रहे हैं और देश की सेवा में लगे हैं. स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अधिकारी भी कोरोना काल में योद्धा की तरह काम कर रहे हैं और लॉकडाउन इनफोर्समेंट के साथ-साथ क्वारंटीन सेंटर में ड्यूटी कर रहे हैं. इसको लेकर स्वास्थ्य कर्मियों की तरह बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अधिकारियों ने भी सुविधा की मांग की है.
स्वास्थ्य कर्मियों की तरह बिहार प्रशासनिक सेवा के कर्मियों को भी सुविधा देने की मांग
बिहार में कोरोना से लड़ने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की तरह बिहार प्रशासनिक सेवा संघ भी बेहतर सुरक्षा की मांग की है. सेवा संघ के अध्यक्ष के मुताबिक कर्मी खुद को असुक्षित महसूस कर रहे हैं.
बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष शशांक शेखर ने कहा कि लॉकडाउन को लागू करने की बात हो चाहे क्वारंटीन सेंटर में व्यवस्था दुरुस्त करने का जिम्मा हो. अधिकारी कड़ी मेहनत के साथ सरकार के नीतियों का क्रियान्वयन कर रहे हैं. लेकिन बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अधिकारी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
'कर्मियों में है असुरक्षा का माहौल'
सेवा संघ के अध्यक्ष शशांक शेखर ने कहा है कि संघ के 1100 कर्मी वर्तमान दौर में अपनी जान की परवाह किए बगैर 24 घंटे काम कर रहे हैं. लेकिन वह खुद को असुरक्षा के माहौल में देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि संघ की मांग है कि बिहार प्रशासनिक सेवा कर्मियों को भी स्वास्थ्य कर्मियों की तरह सुविधा मिले. ताकि वह निर्भीक होकर ड्यूटी कर सकें.