बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद पटना:बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षाके परिणाम को लेकर बुधवार को आयोग कार्यालय में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया गया. जहां बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया कि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में 43 विषयों के लिए परीक्षाएं आयोजित हुई थी. इनमें कई विषयों में चार विषय को छोड़ दें तो सीटों के अनुरूप अभ्यर्थी नहीं मिले. ऐसे में प्रारंभिक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक को मिलाकर कुल वैकेंसी की संख्या 1.32 लाख के करीब रही. सभी रिजल्ट तैयार हो गए हैं और 122324 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं, जो सफलता प्रतिशत 93% है.
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"सभी रिजल्ट तैयार हो गए हैं. और धीरे-धीरे वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहे हैं. अब तक कुल 16 से 17 विषय का उच्च माध्यमिक में रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड किया गया है और सभी विषयों के रिजल्ट धीरे-धीरे अपलोड हो रहे हैं. दशहरा के पहले उच्च माध्यमिक, माध्यमिक और प्रारंभिक, सभी के परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया जाएगा"- अतुल प्रसाद, अध्यक्ष, बीपीएससी
बीपीएससी शिक्षक बहाली में 122324 अभ्यर्थी उत्तीर्ण:अतुल प्रसाद ने बताया कि उच्च माध्यमिक में कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए लगभग 37000 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे. इनमें 23701 का रिजल्ट जारी हुआ है, जो उत्तीर्ण हुए हैं. वहीं माध्यमिक में कक्षा 9 और 10 के लिए कुल 26204 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं. प्राइमरी में 72419 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं. प्राइमरी का रिजल्ट बीएड अभ्यर्थियों को छांटकर डीएलएड अभ्यर्थियों में ही तैयार किया गया है. आयोग ने पहले ही कह दिया था कि बीएड अभ्यर्थियों का मामला सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के कारण फंस गया है, इस कारण डीएलएड अभ्यर्थियों में ही प्राथमिक का रिजल्ट जारी किया जाएगा.
क्या बोले अतुल प्रसाद?:आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में ही बताया कि वैकेंसी जब आई और तभी से ही आयोग पर कई लोग कई तरह के सवाल उठाने शुरू कर दिए थे. कई लोग यह कह रहे थे कि इतनी बड़ी वैकेंसी आज तक आयोग ने नहीं लिया है तो कैसे ले पाएगा. आयोग की क्षमता पर सवाल उठा रहे थे. लोग कह रहे थे कि इसमें क्वेश्चन पेपर लीक होगा. कई लोग कह रहे थे कि समय पर परीक्षा नहीं होगी तो कोर्ट के अलग-अलग निर्णय का हवाला देकर परीक्षा में देरी करने की बातें कर रहे थे. इससे अभ्यर्थियों को जरूर तैयारी करने में थोड़ी कठिनाई हुई है लेकिन आयोग का शुरू से स्पष्ट रख रहा कि समय पर परीक्षा आयोजित कराकर परिणाम दे देना.
टेक्निकल टीम को रिजल्ट देने का श्रेय: आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा कि टेक्निकल टीम को इसका पूरा श्रेय जाता है कि जिस प्रकार से रिकॉर्ड समय में परीक्षा खत्म होने की 2 महीने के अंदर रिजल्ट जारी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि रिजल्ट बहुत पहले तैयार हो जाता है लेकिन सरकार ने कहा कि जिला वार सब्जेक्ट वाइज रिजल्ट तैयार किया जाए और इसे तैयार करने में थोड़ा समय लगा. आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने यह माना कि शिक्षक बहाली परीक्षा में पूछे गए प्रश्न कठिन थे लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के अभ्यर्थी मेधावी हैं और उनकी गुणवत्ता पर कोई सवाल नहीं है.
दो विषय छोड़कर कट ऑफ मार्क्स कम नहीं हुआ:अतुल प्रसाद ने कहा कि आयोग ने यह तय किया था कि रिजल्ट जारी करने वक्त उक्त विषय के कट के आधार पर रिजल्ट जारी किया जाएगा, अथवा वैकेंसी का न्यूनतम 75% उस विषय में रिजल्ट जारी किया जाएगा लेकिन यह बिहार के मेधा का परिचय है कि एक दो विषय छोड़कर किसी में भी कट ऑफ मार्क्स को कम नहीं करना पड़ा है. वह भी एक दो विषय में जो कम करना पड़ा है, वह 1 से 2 नंबर ही कम करने पड़े हैं.
500 अभ्यर्थियों का पार्शियल वेरीफाइड:आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि कई अभ्यर्थी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में सम्मिलित नहीं हुए और बाद में जब आयोग ने अपने स्तर पर उनके डॉक्यूमेंट की जांच की तो पाया कि ऐसे अभ्यर्थियों के अधिकांश डॉक्यूमेंट गलत थे. आयोग ने जिस पारदर्शिता से परीक्षा ली है उसे मुन्ना भाइयों को यह समझ में आ गया कि उनकी चलने वाली नहीं है. वहीं लगभग 500 अभ्यर्थियों का पार्शियल वेरीफाइड किया गया था, जिसके डॉक्यूमेंट में थोड़ी बहुत त्रुटि मिली थी. इन अभ्यर्थियों से कहा गया है कि वह दोबारा से आयोग की वेबसाइट पर अपना डॉक्यूमेंट अपलोड कर दें. इसके बाद आयोग के वाटर मार्क वाला डॉक्यूमेंट तैयार होकर उनके पास मिल जाएगा. यही वाटर मार्क वाला डॉक्यूमेंट और ओरिजिनल डॉक्यूमेंट ले जाकर विभाग में उन्हें सत्यापन करना होगा. सीटेट अपीयरिंग वाले कैंडिडेट रिजल्ट में यदि फेल किए हैं और इस परीक्षा में पास कर गए हैं तो डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के समय उनकी वहां छटनी हो जाएगी.
ईबीसी अभ्यर्थी नहीं मिले: वहीं, इस मौके पर मौजूद आयोग के सचिव रवि भूषण ने कहा कि कई विषयों में ईबीसी कोटा में अन्य कैटिगरी के भी अभ्यर्थी उत्तीर्ण्ता सूची में नजर आ रहे हैं. इसके पीछे कारण है कि उस सूची में ईबीसी अभ्यर्थी नहीं मिले. इस वजह से उसे जीरो करके सभी कोटी अभ्यर्थियों के लिए ओपन करते हुए रिजल्ट तैयार किया गया है.