पटना:बीजेपी ने बिहार विधान परिषद चुनाव (Bihar Legislative Council Election) में बगावत करने वाले पार्टी के 2 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.पूर्व एमएलसी सच्चिदानंद राय (Former MLC Satchidananda Rai) और सासाराम से बीजेपी सांसद छेदी पासवान (BJP MP Chhedi Paswan) के बेटे रविशंकर पासवान को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है. सच्चिदानंद राय स्थानीय निकाय के तहत होने वाले चुनाव में एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि रविशंकर पासवान ने रोहतास से बीजेपी प्रत्याशी संतोष सिंह के खिलाफ ताल ठोक दी है.
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बीजेपी ने सच्चिदानंद राय को पार्टी से निकाला:बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल के आदेश पर प्रदेश मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा ने कार्रवाई के संबंध में पत्र जारी किया है. इस कार्रवाई के संबंध में जारी लेटर को लेकर पार्टी ने कहा है कि सच्चिदानंद राय स्थानीय निकाय के तहत होने वाले चुनाव में एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. सच्चिदानंद राय का यह कार्य पार्टी विरोधी है. ऐसा करना अनुशासन के खिलाफ है. इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है. ऐसे में पार्टी विरोधी कार्य करने के लिए बिहार बीजेपी अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल के आदेशानुसार छह साल के लिए पूर्व एमएलसी सच्चिदानंद राय को बीजेपी से निष्कासित किया जाता है.
बेटिकट हैं सच्चिदानंद राय: इस बार के एमएलसी चुनाव में बीजेपी ने सच्चिदानंद राय को प्रत्याशी नहीं बनाया है, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सारण स्थानीय कोटे से नॉमिनेशन कर दिया है. बीजेपी ने इन्हें दल विरोधी गतिविधि के श्रेणी में मानते हुए पार्टी से बाहर कर दिया है.