पटना: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आदिवासी नृत्य महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है. यह महोत्सव 29 दिसंबर तक चलेगा. इस महोत्सव में देश और विदेश से आए हुए कलाकार अपने नृत्य के माध्यम से आदिवासी संस्कृति को दिखाकर दर्शकों को खुब थिड़काया. वहीं, बिहार के लोक कलाकारों ने करमा नृत्य का प्रदर्शन कर लोगों को बिहार की समृद्ध संस्कृति के बारें मे सोचने पर मजबूर कर दिया.
लोक कलाकारों ने जीता लोगों का दिल
इस, मौके पर बिहार से आए हुए अदिवासी लोक कलाकारों ने अपने पारंपरिक करमा नृत्य से कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को वाह-वाह करने को मजबूर कर दिया. कार्यक्रम में भाग लेने आई बिहार के लोक कलाकारों ने ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए कहा कि हमलोग बिहार का प्रसिद्ध लोकनृत्य करमा दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेंगे. इस नृत्य का खास बात यह है कि यह कृषि के समय और खुशी के मौके पर आदिवासी समाज के लोग आपस में करते है.
मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
ETV भारत टीम से बात करते हुए बिहार के लोक कलाकारों ने छत्तीसगढ़ आने की खुशी जाहीर करते हुए बताया कि वो सभी पहली बार छत्तीसगढ़ आए हुए है. यहां महोत्सव में आकर वो अपनी प्रस्तुति के लिए बहुत उत्सुक हैं. यहां उन्हें देश-विदेश से आए हुए नामचीन कलाकरों के समक्ष प्रस्तुती का मौका मिला है. जिसके लिए वह बिहार के लोगों की तरफ से छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री का तहे दिल से आभार प्रकट करते है.
कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए हुए लोक कलाकार राहुल गांधी भी ले चुके हैं भाग
गौरतलब है कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अलावे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीना कुमार समेत कई अन्य हस्तियां भाग ले चुकें है. अलग-अलग राज्यों से आए कलाकार अपने राज्य की परंपराओं और संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत कर रहे हैं. देश-विदेश से आए कलाकारों का कहना है कि उन्हें इस कार्यक्रम में आकर बहुत अच्छा लग रहा है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी कला को लोगों से सामने प्रस्तुत कर रहे हैं.