पटना:नीतीश मंत्रिमंडल ने मंगलवार को साल 2019 की अंतिम बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए. बैठक में जहां ड्यूटी से गायब रहने वाले 16 चिकित्सकों पर गाज गिरी है और इन सभी को बर्खास्त कर दिया गया है, वहीं ये भी फैसला लिया गया कि अब हर साल 28 दिसंबर को दिवंगत अरुण जेटली की जयंती राजकीय समारोह के रूप में मनाई जाएगी.
21 प्रस्तावों को मंजूरी
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि मंत्रिमंडल की इस बैठक में कुल 21 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अन्तर्गत भारत के पूर्व वित्त मंत्री दिवंगत अरुण जेटली की जयंती हर साल 28 दिसंबर को राजकीय समारोह के रूप में मनाए जाने की स्वीकृति दी गई.
प्रधान सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में 16 डॉक्टरों को बर्खास्त करने का निर्णय भी लिया गया है. सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने लंबे अरसे से ड्यूटी से गायब रहने के आरोप में इन डॉक्टरों को सेवा से बर्खास्त करने के प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी.
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19 जनवरी को बनेगी मानव श्रृंखला
गौरतलब है कि इससे पहले की बैठक में भी विभाग ने कई डॉक्टरों को बर्खास्त किया था. बैठक में जल-जीवन-हरियाली, नशामुक्त और दहेज उन्मूलन को लेकर 19 जनवरी को पूरे बिहार में मानव श्रृंखला बनेगी, जिसमें कुल 19.44 करोड़ रुपये की राशि खर्च होने का अनुमान है. इस मानव श्रृंखला में खर्च की जाने वाली राशि को भी मंत्रिमंडल की इस बैठक में मंजूरी दी गई.