पटना:नीति आयोग द्वारा गुरुवार को जारी एसडीजी इंडिया इंडेक्स (SDG India Index) 2020-21, यानी राज्यों के सतत विकास लक्ष्य सूचकांक की रिपोर्ट में बिहार एक बार फिर फिसड्डी साबित हुआ है. इसको लेकर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि इस सरकार में सिर्फ नीतीश कुमार और उनके लोगों का ही विकास हुआ है. बिहार की जनता पीछे रह गई है. इसे दुरुस्त करने में अब हमलोगों को समय लगेगा.
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राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा, "बिहार को सबसे पीछे ले जाने में एनडीए की सरकार ने जितना प्रयास किया है यह जनता जानती है. विकास के मामले में बिहार सबसे पीछे है. इसका दंड भी सरकार को बिहार की जनता ने दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को जनता ने तीसरे नंबर की पार्टी बना दिया, लेकिन वह तिकड़म लगाकर फिर से सत्ता पर काबिज हो गए. नीतीश कुमार का चौथा कार्यकाल बिहार को अंधेरे में धकेल देगा, जिसे सुधारने में अब हम लोगों को समय लगेगा."
नीतीश के लोगों का हुआ विकास
विकास का यही पैमाना था कि जब कोरोना ने पांव पसारना शुरू किया तो सभी सरकारी सिस्टम फेल हो गए. अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, बेड की कमी, दवा की कमी और यहां तक कि ऑक्सीजन की कमी भी देखी गई. नीतीश कुमार के 16 साल के शासनकाल में यदि किसी का विकास हुआ है तो वह उनके लोगों का हुआ है."- सुधाकर सिंह, विधायक, राजद