पटना:बिहार ट्रक ऑनर्स एसोसियशन ने दानापुर स्थित अपने कार्यालय में जमकर हंगामा किया. साथ ही बिहार सरकार से काला कानून वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर मांग नहीं मानी गई तो बिहार के ट्रक मालिकों की ओर से सड़क जाम किया जाएगा. एसोसिएशन के अध्यक्ष भानु शेखर प्रसाद सिंह ने बिहार सरकार की ओर से ट्रक परिचालन और मालिकों के खिलाफ अध्यादेश का विरोध जताया है.
बिहार ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन का प्रदर्शन, 7 जनवरी से चक्का जाम करने की दी चेतावनी - पटना की ताजा खबर
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि हमने धरने के माध्यम से सरकार और परिवहन विभाग को एक अल्टीमेटम दिया है. जिसमें कहा गया है कि सात जनवरी 2021 तक मांगों को नहीं माना गया तो पूरे बिहार में चक्का जाम करेंगे.
'पटना का किया जाएगा घेराव'
एसोसिएशन जिलाध्यक्ष धनंजय सिंह ने कहा कि सरकार यह काला कानून वापस नहीं लेगी तो बिहार के ट्रक मालिक और इससे जुड़े मजदूर पटना का घेराव करेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से 16 दिसंबर को एक अध्यादेश लाया गया है. जिसमें 6 चक्के से लेकर 12 चक्के तक के ट्रकों का डाला काटकर बालू ढोने को कहा गया है. वहीं, 14 चक्के से लेकर 24 चक्के के ट्रकपर बालू-गिट्टी ढोने पर पाबंदी लगाया है, जो ट्रक मालिकों और उसके रोजगार से जुड़े लोगों को मारने का प्लान है. उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि हमने धरने के माध्यम से सरकार और परिवहन विभाग को एक अल्टीमेटम दिया है कि सात जनवरी 2021 तक हमारे मांगों को नहीं माना गया तो हम पूरे बिहार में 'डेरा डालो घेरा डालो और चक्का जाम करो' करेंगें.
एसोसियशन से निष्कासित करने का निर्णय
बता दें कि बिहार ट्रक आनर्स एसोसियशन ट्रक मालिकों के हितों के लिये संगठन का काम करते आ रही हैं. वहीं, कुछ संगठन के लोग विरोध के लिए और ट्रक मालिकों के हित की बात न कर परिवहन विभाग के पक्ष में काम करते पाये गए. ऐसे में प्रदेश महासचिव राजेश कुमार, बेतिया जिलाध्यक्ष रामाराव और सासाराम जिलाध्यक्ष विनय कुमार सिंह को बिहार ट्रक आनर्स एसोसियशन से निष्कासित करने का निर्णय लिया है.