पटनाः बिहार के इतिहास में पहली बार खेल मंत्रालय बनाया गया है. इसके बाद सरकार बिहार में खेल का विस्तार करने की तैयारी में जुट गई है. खेल मंत्रालय की जिम्मेवारी कला संस्कृति युवा मंत्री जितेंद्र राय के हाथों में दिया गया है. मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कहा कि यह बहुत ही प्रसन्नता की बात है कि बिहार के इतिहास में पहली बार खेल विभाग को अलग किया गया है. बिहार में खेल का माहौल बदलेगा. बिहार के खिलाड़ी के लिए भविष्य सुनहरा होगा.
'खेल को लेकर किया जा रहा काम': मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि पिछले एक से डेढ़ साल में खेल को लेकर के कई काम किया गया है. खेल पॉलिसी बनायी गयी. जिसका नतीजा है कि पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ते बिहार के खिलाड़ियों ने ज्यादा मेडल प्राप्त करने का काम किया. बिहार में कई बड़े खेल का आयोजन किया गया और इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पहल किया कि खेल मंत्रालय को अलग बनाया जाए.
"सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की पहल पर खेल विभाग बनाया गया है. अब खिलाड़ियों का भला होगा. कुछ सालों में विश्व में बिहार एक अलग पहचान बनाएगा. मेडल लाओ नौकरी पाओ उसका परिणाम है. 80 खिलाड़ियों को सीधे नियुक्ति पत्र दिया गया. सरकार की सोच है कि बिहार के खिलाड़ी खेल में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराएं. अब खिलाड़ियों को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सोचने की जरूरत नहीं है. इसके लिए बिहार में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोला जाएगा."-जितेंद्र कुमार राय, खेल मंत्री