पटना:कांग्रेस के सीनियर नेता और बिहार के पूर्व राज्यपाल रहे बूटा सिंह का निधन हो गया है. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. बूटा सिंह जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके थे. बिहार में जैसे ही उनके निधन की खबर फैली, उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई.
86 वर्ष की उम्र में निधन
86 वर्षीय बिहार के पूर्व राज्यपाल बूटा सिंह का अंतिम संस्कार आज ही किया जाएगा. बूटा सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. बूटा सिंह आठ बार सांसद रह चुके थे. राजनीतिक जीवन में उनका सफर बहुत लंबा रहा. वर्ष 1934 में जालंधर जिले में जन्में बूटा सिंह राष्ट्रीय राजनीति के एक बड़ा चेहरा थे.
2004 से 2006 तक बिहार के राज्यपाल रहे
बिहार की राजनीति में भी राज्यपाल के तौर पर उनके फैसले विवादों के घेरे में रहे थे. 5 नवंबर 2004 से 29 जनवरी 2006 तक बूटा सिंह बिहार के राज्यपाल थे. उन्होंने 22 मई 2005 की मध्यरात्रि को बिहार विधानसभा भंग कर दी थी. उस साल फरवरी में हुए चुनावों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ में थी. उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी. बूटा सिंह ने तब राज्य में लोकतंत्र की रक्षा करने और विधायकों की खरीद-फरोख्त रोकने की बात कहकर विधानसभा भंग करने का फैसला किया था. इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई जिस पर फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने बूटा सिंह के फैसले को असंवैधानिक बताया था.