बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह पटना: बिहार में प्रेशर पॉलिटिक्सशुरू हो गयी है. इंडिया गठबंधन में अभी से सीट को लेकर दावे ठोंके जाने लगे हैं. इसी कड़ी में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने 9 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोंका है. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अखिलेश सिंह ने कहा कि जितनी सीटों पर पिछली बार कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था, उतनी ही सीटों पर इस बार भी पार्टी चुनाव लड़ेगी.
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'फैसला केंद्रीय नेतृत्व को करना है' :अखिलेश प्रसाद सिंह ने यहां तक कहा है कि पहले की अपेक्षा इस बार कांग्रेस मजबूत हुई है, तो हम चाहेंगे कि पार्टी अधिक सीटों पर बिहार में चुनाव लड़े. उन्होंने कहा कि हमने अपने केंद्रीय नेतृत्व को सीटों को लेकर अपना सुझाव भेज दिया है, अब फैसला केंद्रीय नेतृत्व को करना है.
''बिहार में पिछले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से कांग्रेस इकलौती पार्टी थी, जिसने 1 सीट जीती है. बिहार में मेरे रहते कांग्रेस का अगर उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलेगा तो किसके रहते मिलेगा.''- अखिलेश प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, बिहार कांग्रेस
'G20 पर जवाब नीतीश कुमार देंगे' :वहीं सीएम नीतीश के G20 की बैठक में शामिल होने को लेकर अखिलेश सिंह ने कहा यह सवाल का जवाब मुख्यमंत्री दे सकते हैं. अखिलेश सिंह ने कहा भारत और इंडिया में कोई फर्क है ही नहीं. केंद्र सरकार मेक इन इंडिया, खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रम चला रही है तो क्या कांग्रेस से पूछ कर तो यह प्रोग्राम नहीं चल रही थी.
महंगाई पर केन्द्र सरकार को घेरा : दरअसल, देशभर में बढ़ती महंगाई को लेकर अखिलेश प्रसाद सिंह प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, जहां पर कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता शकील अहमद खान के साथ पार्टी के कई नेता मौजूद रहे. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बीजेपी की सरकार में देश में महंगाई बढ़ी है.
''हम लोग हमेशा सकारात्मक विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करते आ रहे हैं, लेकिन मालूम तो हो क्या है, ऐसा क्या हो गया कि केन्द्र सरकार को विशेष सत्र बुलाने की जरूरत पड़ गई. 3 सप्ताह पहले ही सत्र खत्म हुआ है. इस सत्र को बुलाने के लिए विपक्षी नेताओं से भी राय नहीं ली गई.''- अखिलेश प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, बिहार कांग्रेस
शीट शेयरिंग पर पेंच: बता दें कि बीजेपी को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों की तीन बैठक हो चुकी है. मुंबई की मीटिंग में सीट शेयरिंग को लेकर समिति बनाई गई है. तमाम दल समझौते के मूड में भी दिख रहे हैं. वहीं महागठबंधन के लिए बिहार में शीट शेयरिंग बड़ी चुनौती है. लोकसभा चुनाव में 6 घटक दलों को संतुष्ट करना आसान नहीं होगा.
महागठबंधन का सीट शेयरिंग का फार्मूला: बिहार में आरजेडी ने सीट शेयरिंग के लिए रनरअप फार्मूला दिया था. आरजेडी का कहना है कि जिस घटक दल का जहां प्रभाव है, वह अपने ही राज्य पर फोकस करें. बिहार के अंदर महागठबंधन में छह घटक दल हैं और सभी दल सीटों की उम्मीद में हैं. आरजेडी और जेडीयू हर हाल में बराबरी पर समझौता करना चाहेगी.