पटनाः बिहार में ब्लैक फंगस का संकट गहराता जा रहा है. वहीं अस्पतालों में इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाईयों की कमी ने चिंता बढ़ा दी है. श्रीलंका से वैक्सीन मंगाए जाने के बाद पटना एम्स में वैक्सीन का अगले 2 से 3 दिनों का स्टॉक है, वहीं पीएमसीएच और आईजीआईएमएस में इसकी आज भी किल्लत है.
अस्पतालों में वैक्सीन की किल्लत
बिहार के जिन अस्पतालों में ब्लैक फंगस का ईलाज चल रहा है, वहां इन दिनों इलाज में इस्तेमाल किए जाने वाले लाइपोसोमल एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन की भारी कमी है. बीते दिनों इंजेक्शन की कमी से एम्स में 6 मरीजों की जान जाने के बाद श्रीलंका से लाइपोसोमल की इंजेक्शन मंगाई गई है.
अगले दो दिनों तक एम्स में तो इसकी किल्लत नहीं होगी, लेकिन पीएमसीएच और आईजीआईएमएस इंजेक्शन की कमी से आज भी जूझ रहा है. यहां मरीजों का इलाज पोशाकोनाजोल टेबलेट के भरोसे ही है. चिंता की बात ये है कि इसका स्टॉक भी खत्म होने वाला है.
कब होगी आपूर्ति
प्रदेश के औषधि विभाग के अधिकारियों की मानें तो 1500 वायल एंफोटरइसिन-बी का इंजेक्शन की मांग की गई है. उम्मीद है कि 1 से 2 दिनों में यह उपलब्ध हो जाएगा. इसके बाद पटना के विभिन्न अस्पतालों को इसे अलॉट कर दिया जाएगा.
शनिवार को 7 मरीज मिले, पीएमसीएच से 1 लामा
पटना में शनिवार को ब्लैक फंगस के 7 नए मरीज मिले. राहत की बात ये कि इस दौरान एक भी मरीज की मौत नहीं हुई. आईजीआईएमएस में चार, पीएमसीएच में दो और एम्स में एक मरीज भर्ती हुआ है. वहीं पीएमसीएच से एक मरीज फिर लामा हो गया. पीएमसीएच से अब तक ऐसे ही 15 मरीज डॉक्टरों को बिना सूचना दिए भाग चुके हैं.
ब्लैक फंगस से अब तक 80 मौतें
बिहार में ब्लैक फंगस का संक्रमण काफी तेजी से फैलता जा रहा है. अब तक 600 से अधिक मामले आ चुके हैं, वहीं इससे 80 लोगों की जानें भी जा चुकी है. वर्तमान में पीएमसीएच में इसके 125 मरीजों का इलाज चल रहा है. वहीं आईजीआईएमएस में इसकी संख्या 97 है. पीएमसीएच में 20 मरीज भर्ती हैं. शनिवार को पीएमसीएच से 3 मरीज डिस्चार्ज भी हुए हैं.