पटनाः तमिलनाडु मामले में गिरफ्तार मनीष कश्यप की रिहाई की मांग (Demand for Manish Kashyap release) तेज हो गई है. इस अंतराल में राष्ट्रीय जन जन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने आज बिहार बंद का ऐलान किया है. बिहार बंद में लोगों से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया पर कैंपन चलाया जा रहा है. ट्विटर पर #23_मार्च_बिहार_बंद टॉप में ट्रेंड कर रहा है. बुधवार की शाम तक ट्विटर पर 26 हजार से ज्यादा यूजर ने इसका समर्थन किया है. वहीं कुछ यूजर ने इसका विरोध भी किया है.
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मनीष कश्यप को रिहा करने की मांगः सोशल मीडिया पर #23_मार्च_बिहार_बंद का कैंपन चला मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग कर रहे हैं. राष्ट्रीय जन जन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने भी बिहार बंद का नेतृत्व कर रहे हैं. @AshutoshBiharKa ने लिखा है कि '#23_मार्च_बिहार_बंद, लगातार दो दिनों से ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहा है. जिसे देख कर विरोधियों की फटी पड़ी है. हमारा कहना है की जब फटना शुरू हो ही गया है तो क्यों न अच्छे से फाड़ दिया जाए और मजबूती से झंडा गाड़ दिया जाए. कल तक लगातार ट्रेंड करना चाहिए.
शांतिपूर्ण समर्थन की अपीलः एक यूजर @iRoyalBhumihar ने लिखा है कि 'बिहार वासियों से एक ही निवेदन है कि वो मनीष कश्यप के समर्थन में जमीनी स्तर पर बिहार बन्द को सफल बनायें. हम उत्तरप्रदेश के लोग व बाकी राज्य वाले लोग सोशल मीडिया द्वारा धुंआ धुंआ कर देंगे माहौल' इस तरह से लोगों को बिहार बंद में शामिल होने के लिए लोगों से अपील की जा रही है. कुछ यूजर वीडियो जारी कर लोगों से मनीष कश्यप का शांतिपूर्ण समर्थन करने की अपील की है.
बिहार बंद का विरोधः इधर, एक यूजर ने इसका विरोध किया है. @amitmandaljnu ने लिखा है कि 'इस आतंकवादी के समर्थन में ब्राह्मण भूमिहार जाति के लोग #23_मार्च_बिहार_बंद को बिहार बंद करने जा रहें हैं. इसमे संलिप्त बीजेपी आरएसएस समेत सभी तथाकथित हिंदुत्ववादी संगठनों के ब्रह्मणों भूमिहारों का चेहरा बेनकाब हो गया है. यह जगजाहिर हो गया है कि वें छद्म रूप से बात तो हिंदुत्व...'
कौन है मनीष कश्यपः बिहार के बेतिया का रहने वाला मनीष कश्यप एक यूट्यूबर है. मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले की अफवाह फैलाने का आरोप है. मनीष कश्यप पर यह आरोप है कि उसने फेक वीडियो बनाकर झूठी घटना को सच बताने का काम किया है. इस मामले में बिहार और तमिलनाडु पुलिस ने मनीष कश्यप पर केस दर्ज किया था. गिरफ्तारी के लिए पुलिस की सख्ती के कारण मनीष कश्यप ने खुद पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. जिसके बाद Eou की टीम रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.
गिरफ्तारी से समर्थकों में आक्रोशः बता दें कि बिहार और तमिनलाडु में मनीष कश्यप पर अलग-अलग 27 केस दर्ज हैं. पूछताछ में मनीष ने कई कारनामे कबूले और कई सफेदपोश का नाम भी बताया है. जिसके बाद से मनीष की मुश्किले बढ़ती नजर आ रही है. इधर, गिरफ्तारी से आक्रोशित समर्थक मनीष कश्यप को रिहा करने की मांग कर रहे हैं. इसी को लेकर 23 मार्च को बिहार बंद का ऐलान किया है. इस बिहार बंद का नेतृत्व RJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार कर रहे हैं.