पटना: बिहार विधान परिषद के 9 सीटों पर चुनाव प्रक्रिया चल रही है. आज नॉमिनेशन के अंतिम दिन जदयू के सभी 3 और बीजेपी के दो उम्मीदवारों ने भी नामांकन कर दिया. जदयू की ओर से इस बार नए चेहरे को मौका दिया गया है. पार्टी के कार्यकर्ता भीष्म सहनी पर पार्टी ने विश्वास जताया है. भीष्म सहनी ने नॉमिनेशन के बाद कहा कि पार्टी में कार्यकर्ताओं को तवज्जो मिलती है.
जदयू प्रत्याशी भीषम सहनी ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि एक न एक दिन जरूर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौका देंगे. मेरे जैसे जमीनी कार्यकर्ताओं को मौका दिया गया है. उन्होंंने कहा कि विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत से नीतीश कुमार को एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करेंगे.
विधान परिषद में मौजूद सीएम नीतीश कुमार नीतीश के दरबार से जमीनी कार्यकर्ता को मौका
विधान परिषद के लिए जदयू के 3 उम्मीदवारों में से भीष्म सहनी कोई बहुत जाना पहचाना नाम नहीं है. महज पार्टी के मामूली कार्यकर्ता हैं. नीतीश कुमार ने कई नामों पर चल रहे कयासों के बीच भीष्म साहनी का नाम तय कर सबको एक बार फिर से चौंकाया है. नॉमिनेशन करने के बाद अपने समर्थकों के साथ खुशी मनाते हुए भीष्म सहनी ने कहा कि पार्टी में हमेशा कार्यकर्ताओं की पूछ होती रही है. उन्होंने कहा कि मेरे जैसे जमीनी कार्यकर्ताओं को नीतीश कुमार ने यह अवसर दिया है.
'कार्यकर्ताओं को निराश नहीं करते सीएम नीतीश'
भीष्म सहनी ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद थी कि एक न एक दिन जरूर नीतीश कुमार के दरबार से मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी में काम करने वाले कार्यकर्ताओं को कभी निराशा नहीं मिली है.
भीष्म सहनी ने कहा चुनावी साल में एक बार फिर से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने के लिए हम लोग पूरी ताकत लगाएंगे. बिहार की जनता भी चाहती है कि नीतीश कुमार ही सीएम बनें.
BJP की ओर से संजय मयूख को मौका
बता दें कि जदयू ने भीष्म साहनी के अलावा कुमुद वर्मा जैसे महिला कार्यकर्ताओं को भी मौका दिया है. साथ ही गुलाम गौस जैसे पुराने कार्यकर्ता को एक बार फिर से विधान परिषद जाने का अवसर दिया है. इसके अलावा बीजेपी की ओर से संजय मयूख को एक बार फिर से मौका दिया गया है. सम्राट चौधरी को भी इस बार लंबे इंतजार के बाद मौका मिला है. दोनों ने नॉमिनेशन भी कर दिया है.
पटना से अविनाश की रिपोर्ट CM और डीप्टी सीएम रहे मौजूद
मालूम हो कि नॉमिनेशन के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के साथ बिहार सरकार के कई मंत्री और दोनों दलों के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे. आरजेडी की ओर से 24 जून को ही तीनों उम्मीदवारों ने नॉमिनेशन कर दिया था. वहीं, कांग्रेस की ओर से तारिक अनवर को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था. लेकिन बिहार के वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने के कारण पार्टी ने समीर सिंह को नया उम्मीदवार बनाया. बिहार विधान परिषद के लिए 9 सीटों पर 9 उम्मीदवारों के नामांकन भरने के कारण चुनाव की जरूरत नहीं पड़ेगी. सभी उम्मीदवारों का चुना जाना तय है.