पटना:बिहार में एनआरसी मामले को लेकर जेडीयू और बीजेपी के बीच खींचतान जारी है. केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने भी बिहार में एनआरसी को सही ठहराया है. उन्होंने कहा है कि पूरे भारत में जहां-जहां घुसपैठिए हैं वहां-वहां एनआरसी लागू होनी चाहिए. फिर चाहे वह बिहार ही क्यों ना हो.
बिहार में NRC के समर्थन में उतरे अश्विनी चौबे, कहा- चार जिलों में इसकी जरूरत - bihar politics
सीमांचल की जनसंख्या में हुई वृद्धि का हवाला देते हुए अश्विनी चौबे ने कहा कि कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया और अररिया जिले में खासतौर पर एनआरसी की जरूरत है.
4 जिलों में की एनआरसी की मांग
एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पटना पहुंचे मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि असम और बिहार के सीमांचल में कोई बुनियादी अंतर नहीं है. सीमांचल की जनसंख्या में हुई बढ़ोतरी का हवाला देते हुए चौबे ने कहा कि कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया और अररिया जिले में खासतौर पर एनआरसी की जरूरत है.
बीजेपी राज्यसभा सदस्य ने उठाया मुद्दा
बता दें कि पूर्व आरएसएस पदाधिकारियों और वर्तमान में बीजेपी के राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा ने बिहार के सीमावर्ती इलाके में एनआरसी की मांग की थी. उन्होंने कहा कि बिहार के सीमावर्ती जिलों में जिस प्रकार आबादी बढ़ती जा रही है इससे साबित होता है कि यहां पर बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक आकर बस गए होंगे. हालांकि, जेडीयू ने इस मामले पर कहा है कि बिहार में एनआरसी की जरूरत नहीं है.