पटना: जेएनयू (JNU) छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष इन दिनों बिहार दौरे पर हैं. वामपंथी दल सीपीआईएम से वह जुड़ी हुई हैं और उसकी स्टार प्रचारक भी हैं. पार्टी के लिए चुनाव प्रचार भी कर रही हैं. आइशी घोष ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि बिहार में पिछले 15 सालों में विकास नहीं विनाश हुआ हैं.
युवाओं में सरकार के प्रति काफी आक्रोश- आईशी घोष
आइशी घोष ने कहा कि बिहार सरकार सिर्फ जाति की राजनीति करती है मुद्दा नहीं होता है, मुद्दा अगर होता भी है तो छात्रों-युवाओं का मुद्दा नहीं होता है, यही कारण है कि इस बार युवाओं में सरकार के प्रति काफी आक्रोश है. आइशी घोष ने कहा कि केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार यह जरूर कहती है कि हमारा देश युवा है, युवाओं की संख्या काफी अधिक है, लेकिन उनकी समस्याओं पर कोई बात नहीं होती है.
विद्यालयों में बच्चे तो हैं पर शिक्षक नहीं- आईशी घोष
आइशी घोष ने कहा कि बिहार में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है. पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं मिला. छोटी-छोटी जगहों पर विद्यालयों की हालत खराब हो चुकी हैं. इनमें बच्चे तो आते हैं, लेकिन शिक्षक नहीं हैं. कहीं अगर शिक्षक हैं तो अकेले ही कई क्लास संभाल रहे हैं, कुल मिलाकर देखा जाए तो बिहार में सब कुछ चौपट हो गया है. सभी अब एक बदलाव चाहते हैं. और यही समय है कि हमें सही चुनाव करना होगा.
महागठबंधन के पक्ष में वोट करने की अपील
आइशी घोष ने कहा कि ऐसी सरकार बनानी होगी जो हमारी बातें सुने, हमारे मुद्दों पर कार्य करें, जब हम चुनाव प्रचार के लिए गांव-कस्बों में जाते हैं तो नौजवान खुद हमसे जुड़ जाते हैं. अपनी समस्याओं को सुनाते हैं, क्योंकि हम उनकी समस्याएं सुनते हैं. आईसी घोष ने कहा कि पूरे बिहार ने मूड बना लिया है कि अब ऐसी सरकार चाहिए जो हमारी भी सुने और वह महागठबंधन सरकार होगी.