पटना:बिहार की राजधानी पटना के तारामंडल में यूनानी दिवस के मौके पर सम्मान समारोह का आयोजन (Unani Day Program organized in Patna Taramandal) किया गया. कोरोना के कारण 11 फरवरी को यूनानी दिवस का आयोजन नहीं किया गया. कोरोना के मामले कम होने के बाद एसोसिएशन ऑफ यूनानी फिजिशियन (Association Of Unani Physician) की ओर से यूनानी दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे मौजूद रहे. इस छठे विश्व यूनानी दिवस कार्यक्रम में इंडियन यूनानी कांग्रेस के ऑल इंडिया प्रेसिडेंट डॉ. अब्दुल सलाम भी मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि यूनानी चिकित्सा पद्धति आगे बढ़ेगी तो प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बेहतरीन काम होगा और लोगों को निरोग रखने में मदद मिलेगी.
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि एलोपैथिक आयुर्वेदिक होम्योपैथिक योगा और सीद्धा के अलावा यूनानी भी एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है. केंद्र और राज्य सरकार यूनानी चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए यूनानी चिकित्सा के शिक्षा व्यवस्था पर तेजी से काम कर रही है. अगले 30 से 45 दिनों में प्रदेश में 3270 आयुष चिकित्सा पदाधिकारी की नियुक्ति का काम पूरा हो जाएगा. इसमें यूनानी और आयुर्वेदिक चिकित्सकों की नियुक्ति हो रही है और इनके काउंसलिंग का काम पूरा हो चुका है. आयुष चिकित्सा पदाधिकारियों की बड़ी संख्या में नियुक्ति के बाद प्रदेश में चिकित्सक व्यवस्था सुदृढ़ होगा और आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति को बड़ी ताकत मिलेगी. मंत्री ने कहा कि एसोसिएशन ऑफ यूनानी फिजीशियन कैंसर के प्रति जागरूकता में भी सराहनीय काम कर रहा है.