शिमला/पटना : रोहड़ू से बुधवार देर रात को विभिन्न गांव में काम कर रहे बिहारी मूल के 27 प्रवासी मजदूरों ने एक निजी बस से बिहार के मोतिहारी जिले की ओर अपने घर के लिए पलायन किया है. प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उन्होंने बस किराए के लिए अपने-अपने घर से 5-5 हजार रूपए मांगे हैं.
प्रवासियों ने अपने निजी खर्चे से किया घर की ओर पलायन, बिहार सरकार को सुनाई खरी खोटी
27 प्रवासी मजदूरों ने एक निजी बस से बिहार के मोतिहारी जिले की ओर अपने घर के लिए पलायन किया है. प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उन्होंने बस किराए के लिए अपने-अपने घर से 5-5 हजार रूपए मांगे हैं.
मजदूर वर्ग में भारी रोष
रोहड़ू से मोतिहारी बिहार तक 27 प्रवासी मजदूरों ने 1 लाख 35 हजार रूपए बस किराया दिया है और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी खरी खोटी भी सुनाई है. उन्होंने बताया कि बिहार की नीतीश सरकार कोविड-19 महामारी से निपटने के दौरान गरीब व मजदूर वर्ग की मदद करने में असफल साबित हो रही है और गरीब व मजदूर वर्ग में भारी रोष पनप रहा है.
कर्फ्यू पास जारी
प्रवासी मजदूरों ने प्रदेश सरकार व प्रशासन का शुक्रिया अदा करते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान उन्हें नि:शुल्क राशन उपलब्ध करवाया गया और उनकी भरपूर मदद की गई. 27 प्रवासी मजदूरों के लिए रोहड़ू से बिहार के मोतिहारी जिला तक जाने के लिए एसडीएम रोहडू बीआर शर्मा की ओर से कर्फ्यू पास जारी किया गया है.