पटनाःकोरोना से बिहार समेत पूरे देश में त्राहिमाम है. 2020 के मुकाबले इस साल कोरोना से जान गंवाने वालों के आंकड़े बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसका एक बड़ा कारण है कोरोना का नया म्यूटेंट. डाॅक्टरों और रिसर्चरों का भी ऐसा ही मानना है.
ये म्यूटेंट पहले से ज्यादा खतरनाक है. लेकिन कहा गया है ना कि कितनी भी बड़ी विपदा या मुश्किल हो या यूं कह लें कि कोई बीमारी ही क्यों न हो. जूझने की शक्ति और आत्मविश्वात हो तो इन सब से पार पाया जा सकता है. दुनिया के सामने विजेता के रूप में उभर कर सामने आता है. राजधानी पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी की रहने वाली 105 साल की बुजुर्ग देवंती देवी और कोरोना के बीच की लड़ाई एक ऐसे ही विजय की गाथा है.
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11 अप्रैल को दिखे कोरोना के लक्षण
नया म्यूटेंट वाला कोरोना जो पहले से ज्यादा खतरनाक है, वह एक बार में पूरे परिवार को संक्रमित कर रहा है. राजधानी पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी के रहने वाले डॉक्टर डी. एन. अकेला के परिवार के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.
उनके परिवार के सभी लोगों करोना से संक्रमित हो गये थे. डॉक्टर डी. एन. अकेला खुद 68 साल के हैं. उनकी पत्नी 61 साल की. लेकिन परिवार सबसे उम्रदाराज सदस्य 105 साल की देवंती देवी की चिंता थी. वो भी कोरोना संक्रमित हो चुकी थीं. डॉक्टर डीएन अकेला बताते हैं कि उनके पूरे परिवार को 11 अप्रैल को पता लगा कि सभी कोरोना संक्रमित है.