नवादा: बिहार में डेंगूका कहर (Dengue havoc in Bihar) जारी है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किए जा रहे तमाम कोशिशों के बावजूद डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और मरीजों की मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. ताजा मामला नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के मकनपुर का है. जहां डेंगू से 17 वर्षीय सानू कुमार की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि उनका इलाज पटना स्थित एक निजी नर्सिंग होम में चल रहा था.
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डेंगू से छात्र की मौत:नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के मकनपुर में परशुराम सिंह का पौत्र और नवादा सिविल कोर्ट के अधिवक्ता अवनीश कुमार के एकलौते पुत्र सानू कुमार की डेंगू से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि शनिवार को उसे तेज बुखार की शिकायत पर किसी निजी चिकित्सालय में इलाज करवाया गया. लेकिन उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ. जिसके बाद परिजनो ने आनन-फानन में पटना स्थित साईं चिकित्सालय लेकर गए. जहां इलाज के दौरान किशोर की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मृतक अपने माता- पिता के साथ नवादा में रहकर पढ़ाई करता था.
डेंगू से बढ़ रहे हैं मौत के आंकड़ें:मच्छर जनित इस बीमारी की चपेट में सबसे ज्यादा प्रभावित वारिसलीगंज बाजार के कुछ मुहल्लें है. बाजार में मुख्य रूप से माफी गली, गौरक्षणी मुहल्ला तथा गुमटी रोड के लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं. इन इलाकों में जलजमाव और नाली के पानी की वजह से डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं. प्रखंड में डेंगू से मरने वाले लोगों की संख्या में भी लगातार तेजी देखी जा रही है. प्रखंड में डेंगू से मरने वालों की संख्या आधा दर्जन हो गई है. जिन लोगों की मौतें हुई है. उसमें अधिकांश किशोर शामिल है. लोगों ने बताया की प्रशासन के द्वारा डेंगू से बचाव के लिए जो उपाय किए जा रहे हैं वो नाकाफी है. लोगों का कहन है कि वारिसलीगंज पीएचसी में सिर्फ डेंगू की जांच हो रही है. बीमार लोगो के समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं होने से लोग भाग कर जान बचाने विम्स पावापुरी में भर्ती हो रहे हैं.
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