नवादा: बिजली विभाग की लापरवाही आए दिन देखने को मिल जाती है, लेकिन इन सब लापरवाही का भुगतान स्थानीय लोगों को करना पड़ता है. जिला के रजौली अनुमंडल क्षेत्र के अमावां पश्चिमी पंचायत के बंधन छपरा गांव में बिजली के पोल में प्रवाहित करंटे से स्पर्श हो जाने पर 24 वर्षीय युवक रमेश कुमार की मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही परिवार में मातम छा गया.
ग्रामीणों ने बताया कि बंधन छपरा निवासी बीरबल सिंह के पुत्र रमेश कुमार के घर बिजली नहीं जल रही थी. जिसको लेकर गांव में लगे बिजली के पॉल के पास गया. पॉल में बिजली प्रवाहित रहने के कारण वह बुरी तरह से झुलस गया. वहीं, गांव वालों ने जब उसे पॉल से सटा देखा तो लाठी डंडे से किसी तरह से खम्भे से अलग किया लेकिन जबतक लोग अलग कर पाते व्यक्ती बूरी तरह से झुलस चुका था. आनन-फानन में लोगों ने उसे लेकर अनुमंडल अस्पताल पहुंचे. जहां चिकित्सक रामप्रवेश कुमार ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. मृतक युवक के तीन बच्चे हैं.
बगैर पोस्टमार्टम के कराया गया दाह संस्कार
अस्पताल प्रबंधन ने थाने में सूचना के बाद वहां पर पहुंचे एएसआई उपेन्द्र शर्मा ने लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली. हालांकि परिजनों ने मृत युवक के शव को बगैर पोस्टमार्टम कराए ही गांव में ले जाकर दाह संस्कार कर दिया. घटना को लेकर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण अक्सर ऐसी दुर्घटनाएं क्षेत्र में होती रहती हैं. इस तरह की घटना ज्यादातर बारिश के मौसम में पॉल पर लगे हुए इंसुलेटर क्षतिग्रस्त हो जाते है. जिसका समय पर बदलाव नहीं होने के कारण पोल में करंट प्रवाहित हो जाती है. जिसके कारण कभी मवेशी तो कभी इंसान की मौत होती रहती है.
आए दिन देखने को मिलती है इस तरह की घटना
गौरतलब है कि पिछले दिनों रमडिहा गांव में भी इसी तरह से बिजली की पोल में करंट प्रवाहित होने से एक बैल की मौत हो गई थी. उससे पहले दूसरी ओर रजौली-गया मार्ग एसएच 70 के किनारे बसे तिलैया गांव के बिजली के पोल में करंट प्रवाहित रहने से एक माह पूर्व दो बैलों की मौत हो गई थी. जिसके बाद लोगों ने सड़क को अवरुद्ध कर छतिपूर्ति की मांग किया था. उसके बाद भी बिजली विभाग आंखों में पट्टी बांधी हुई है.