नवादा: बिहार के (Crime in Nawada) नवादा में बच्चे के अपहरण कर हत्या करने के मामले का खुलासा हो गया है. लापता 9 वर्षीय अंशु कुमार की हत्या उसके सगे बहनोई इंद्रजीत कुमार ने ही की थी. पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है. बहनोई के द्वारा नवादा के वीआईपी कॉलोनी में 2 कट्ठा जमीन की लालच को लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया.
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मिली जानकारी के अनुसार, नवादा नगर थाना क्षेत्र के आईटीआई के समीप 8 जनवरी से लापता 9 वर्षीय अंशु कुमार की हत्या उसके अपने सगे बहनोई इंद्रजीत कुमार के द्वारा कर दी गई है. इस संबंध में नवादा के सदर एसडीपीओ विजय कुमार ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता कर बताया कि अपहृत अंशु कुमार के दादा देव शरण यादव द्वारा प्रथम प्राथमिकी के तहत रामनगर के मनोज सिंह, बबलू सिंह, और आईटीआई के कमलनयन को अभियुक्त बनाया गया था.
लेकिन, घटना की जांच के बाद उद्भेदन में यह सामने आया कि अपहृत अंशु कुमार के अपने बहनोई के द्वारा ही उसकी हत्या कर दी गई. आरोपी बहनोई गया जिले के नीमचक बथानी थाना के नसीर बीघा का रहने वाला है. इंद्रजीत कुमार 8 जनवरी को अपने बाइक से नवादा आकर अंशु को मिठाई खिलाने के बहाने गाड़ी पर बिठाकर नीमचक बथानी ले आया. वहां से वो बच्चे को अपने गांव नासिर बीघा ले गया. उसी दिन, बच्चे को पहाड़ पर घुमाने के बहाने ले गया और सबसे ऊपर ले जाकर शाम में अंशु की गला घोट कर हत्या कर दी.
लाश को एक खोह में फेंक दिया. इस घटना में अंशु के बहनोई इंद्रजीत कुमार के चाचा विकास यादव तथा इंद्रजीत के पिता संजय यादव का भी पूरा-पूरा सहयोग रहा है. पुलिस ने हत्या के आरोपी इंद्रजीत कुमार, उसके पिता संजय यादव तथा चाचा विकास यादव को भी गिरफ्तार कर लिया है. घटना के संबंध में एसडीपीओ ने बताया कि अंशु की हत्या के पीछे वीआईपी कॉलोनी के 2 कट्ठे का जमीन रहा है. जिसे, अंशु के पिता सुनील यादव बेचना चाह रहे थे, लेकिन, इंद्रजीत कुमार को यह लगा कि अगर अंशु कुमार की हत्या हो जाती है तो सारी संपत्ति पर हक मेरा हो जाएगा.