नवादा: कश्मीर के पुंछ में शहीद हुए पांच जवानों में बिहार के लाल चंदन कुमार भी शामिल हैं. उनकी एक साल पहले ही शादी हुई थी. चंदन कुमार आखिरी बार छठ पूजा में अपने घर आए थे. छठ खत्म होते ही ड्यूटी पर चले गए थे. उनके वीरगति के प्राप्त होने की खबर से पूरे परिवार और गांव में मातम पसरा है लेकिन बेटे की शहादत पर सभी गर्व भी है.
'रात को दी गई सूचना': अभिनंदन कुमार चंदन के मंझले भाई ने बताया कि सूचना रात को साढ़े बारह बजे फोन पर मिली. मेरे से पूछा कि आपका नाम क्या है मैंने अपना नाम बताया. मेरे से पूछे आप चंदन के कौन लगते हैं? मैंने बताया कि मैं उनका मंझला भाई हूं. पहले मुझे फोन पर पूरा समझाया गया, धीरज बंधाया गया और फिर बताया गया कि वे अब नहीं रहे, शहीद हो गए हैं.
"मुझे यकीन नहीं हुआ तो मैंने तीन चार बार कॉल किया. हर बार मुझे एक ही बात चंदन के शहीद होने की बतायी गई. चंदन ने 2017 में सेना ज्वॉइन किया था. उसकी शादी 20 मई 2022 को हुई थी."- अभिनंदन कुमार, शहीद चंदन के मंझले भाई
"हमें फोन पर जानकारी दी गई. उधर से पूछा गया कि आप चंदन के भाई बोल रहे हैं. मैंने कहा हां सर उनके बड़े भाई बोल रहे हैं. फिर हमें बताया गया कि वे वीरगति को प्राप्त कर गए हैं. साल डेढ़ साल पहले शादी हुई थी. पार्थिव शरीर कल तक गांव लाया जा सकता है."-चंदन कुमार के बड़े भाई
आतंकी हमले में नवादा के चंदन कुमार शहीद: चंदन कुमार 89 आर्म्ड रेजिमेंट के जवान थे. वे देश की रक्षा करते हुए पांच अन्य जवानों के साथ वीरगति को प्राप्त हुए हैं. चंदन नवादा के नारोमुरार गांव के रहने वाले थे. उनके पिता मौलेश्वर सिंह और माता का नाम जयंती देवी है. तीन संतानों में चंदन कुमार दूसरे नंबर पर थे. शहीद जवान चंदन के पिता गांव में ही खेतीबारी करते हैं.