नवादा में ब्लास्ट मामले का खुलासा नवादा:बिहार के नवादा में हुए ब्लास्ट मामले का पुलिस ने खुलासा (Blast case disclosed in Nawada ) कर लिया है. शहर के गोंदापुर मोहल्ले में 25 अप्रैल को विस्फोट हुआ था. इस मामले में पुलिस ने एक महिला और दो पुरुष को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा मौके से पटाखा बनामे में इस्तेमाल होने वाले एल्युमीनियम, सल्फर, पोटैशियम नाइट्रेट और पोटेशियम क्लोराइड जैसे विस्फोटक पदार्थ भी बरामद हुआ है. इस मामले के खुलासे में फॉरेंसिक टीम की जांच ने अहम भूमिका अदा की है.
ये भी पढ़ेंः Nawada Blast: नवादा धमाके की फॉरेंसिक टीम ने की जांच, रहस्य बरकरार
घर में हो रहा था अवैध पटाखा निर्माणः मामले की की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अंबरीश राहुल ने कहा कि मामले की जांच के दौरान पता चला कि विस्फोट जिस घर में हुआ था, वहां अवैध रूप से पटाखा निर्माण का काम चल रहा था. पटाखा बनाने वाले लोग इस मकान में किराएदार के रूप में रहते थे. आरोपी मोहम्मद शमीम आलम और उसकी पत्नी गुलशन खातून वहां पटाखा बनाते थे. इस काम में मुस्लिम रोड निवासी स्व. सुलेमान का बेटा मो. गुड्डू कच्ची सामग्री उपलब्ध कराने के लिए पैसे देता था और तैयार माल को भी वही बेचने का काम भी करता था.
पटना से पहुंची थी फाॅरेंसिक टीम और डाॅग स्क्वायडः इस मामले में पुलिस ने मोहम्मद शमीम आलम और उसकी पत्नी गुलशन खातून को गिरफ्तार किया है. साथ ही मो. गुड्डू को भी दबोच लिया. गिरफ्तार आरोपी मो. शमीम आलम और उसकी पत्नी गुलशन खातून ने अपना अपराध मान लिया. इन दोनों ने ही बताया कि पटाखा निर्माण के लिए उन्हें मो. गुड्डू ही पैसा देता था. मालूम हो कि 25 अप्रैल की देर रात गोंदापुर मुहल्ले में एक घर में विस्फोट हो गया था. ब्लास्ट से पूरा मोहल्ला दहल उठा था. इस मामले की जांच के लिए पटना से डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम मंगवाई गई थी. तब जाकर ब्लास्ट मामले का खुलासा हो सका.
"मामले की जांच के दौरान पता चला कि विस्फोट जिस घर में हुआ था, वहां अवैध रूप से पटाखा निर्माण का काम चल रहा था. पटाखा बनाने वाले लोग इस मकान में किराएदार के रूप में रहते थे. आरोपी मोहम्मद शमीम आलम और उसकी पत्नी गुलशन खातून वहां पटाखा बनाते थे. इस काम में मुस्लिम रोड निवासी स्व. सुलेमान का बेटा मो. गुड्डू कच्ची सामग्री उपलब्ध कराने के लिए पैसे देता था" - अंबरीश राहुल, एसपी, नवादा