नालंदा: अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में पर्यटकों के लिए एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. देश-विदेश से आने वाले सैलानी अब खुले में विचरण करते जंगली जानवरों का दीदार कर सकेंगे. राजगीर में बन रहे जू सफारी में जानवरों की प्रकृति के अनुसार 5 तरह की सफारी बनाई जा रही है. जिसमें शाकाहारी जानवरों के लिए सफारी, भालू सफारी, चीता सफारी, बाघ और शेर सफारी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि सफारी निर्माण का काम तेजी से किया जा रहा है. वहीं अगस्त में बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले इसका उद्घाटन भी कराए जाने की संभावना है.
नालंदा: अगस्त में जू सफारी का उद्घाटन होने की उम्मीद, तैयारी हुई तेज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा वर्ष 2017 में राजगीर के पर्यटन क्षेत्र को नया आयाम देने की कोशिश स्वरुप जू सफारी का शिलान्यास किया गया था. वहीं इसका निर्माण 192 हेक्टेयर क्षेत्रफल में किया जा रहा है. जहां लोग बंद गाड़ी में बैठकर खुले में घूमते शेर, बाघ, भालू, चीता सहित अन्य जंगली जानवरों को देख सकेंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा वर्ष 2017 में राजगीर के पर्यटन क्षेत्र को नया आयाम देने की कोशिश स्वरुप जू सफारी का शिलान्यास किया गया. वहीं इसका निर्माण 192 हेक्टेयर क्षेत्रफल में किया जा रहा है. जहां लोग बंद गाड़ी में बैठकर खुले में घूमते शेर, बाघ, भालू, चीता सहित अन्य जंगली जानवरों को देख सकेंगे. शाकाहारी सफारी में मृग, चीतल, हिरण, सांभर सहित अन्य जानवर रहेंगे. इनके लिए कुल 30 हेक्टेयर क्षेत्रफल निर्धारित किया गया है. इसी प्रकार 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल भालू सफारी, 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल चीता सफारी, 50 हेक्टेयर क्षेत्रफल बाघ सफारी और 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल शेर सफारी के निर्धारित किया गया है. साथ ही अन्य जगह भी आवंटित किए गए हैं.
सफारी का जल्द उद्घाटन होने का आसार
गौरतलब है कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा जू सफारी में 2 बाघ-2 बाघिन, 2 शेर-2 शेरनी सहित अन्य जानवरों को भी रखा जाएगा. वहीं अभी जानवरों के लाने का पूरा नहीं हो सका है. जिसे पूरा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इसका औपचारिक उद्घाटन जल्द ही करा दिया जाएगा. इसके बाद जानवरों को लाने और पर्यटकों के लिए सफारी खोलने का काम बाद में होता रहेगा. वहीं लॉकडाउन के कारण जू सफारी निर्माण कार्य की गति प्रभावित हो गई है.