नालंदा: पर्यावरण असंतुलन को देखते हुए बिहार सरकार द्वारा राज्य में जल जीवन हरियाली की शुरुआत की गई है. जल संरक्षण को लेकर शुरू किए गए इस अभियान में सरकार द्वारा परंपरागत जल स्रोत को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए राज्य भर में सभी आहर, पाइन और तालाब को चिन्हित कर अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा.
जल संचय के लिए कवायद शुरू
सभी जगहों पर सोख्ता बनाने, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वृक्षारोपण अभियान आदि कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. सरकार द्वारा शुरू की गई जल जीवन हरियाली योजना को लेकर बिहार शरीफ नगर निगम प्रशासन द्वारा भी अपनी कार्रवाई तेज कर दी गई है. बिहार शरीफ नगर निगम क्षेत्र में पोखर, तालाब और कुआं को चिन्हित किया जा रहा है और उसे अतिक्रमण मुक्त कराते हुए उड़ाही का काम भी शुरू किया जा रहा है.
उड़ाही के लिए तालाब चिन्हित 29 तालाब, 51 पोखरा और 216 कुएं चिन्हित
बिहार शरीफ नगर निगम क्षेत्र में कुल 29 तालाब, 51 पोखरा और 216 कुएं चिन्हित किए गए हैं, जिसका जीर्णोद्धार कर चारों ओर से पौधा लगाया जाएगा. बिहार शरीफ नगर निगम के नगर आयुक्त सौरभ कुमार जोरवाल ने बताया कि आगामी 2 अक्टूबर से बिहारशरीफ में तालाब भी उड़ाही का काम शुरू कर दिया जाएगा.
जलसंचय के लिए तालाबों की होगी उड़ाही वार्ड संख्या 6 में तालाब की उड़ाही शुरू
फिलहाल वार्ड संख्या 6 में एक तालाब की उड़ाही की जाएगी. इसके लिए निविदा भी निकाली जा चुकी है. इस योजना पर करीब 20 लाख खर्च किए जाने हैं. उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे सभी तालाबों की खुदाई की जाएगी. जल संरक्षण को लेकर तलाब खुदाई काफी मायने रखता है. माना जा रहा है कि गिरते भूगर्भीय जलस्तर को दूर करने के लिए या काफी अहम साबित होगा.
पौधारोपण पर विशेष ध्यान
मालूम हो कि जल संचय के लिए आवश्यक संसाधनों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. अधिकांश जगहों पर तालाब को भरकर उसपर अतिक्रमण कर लिया गया है. अब उसे चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है. इस अभियान के तहत पौधारोपण पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है.