नालंदा: बिहार के नालंदा लोकसभा क्षेत्र से जद(यू) सांसद कौशलेंद्र कुमार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए संसद भवन को लेकर जो कहा है, उसका हम पूर्ण समर्थन करते हैं और पालन करेंगे. ऐसे भी नया संसद भवन पुराने की अपेक्षा खराब है. एक बक्से की तरह बनाया गया है और जो पूर्ण रूप से बना भी नहीं है. साथ ही नीति आयोग की बैठकमें सीएम नीतीश कुमार के नहीं जाने को लेकर भी उन्होंने बड़ा बयान दिया है.
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''नीति आयोग असल में प्रधानमंत्री आयोग है':कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि मानसून सत्र नए सांसद भवन में ही चलेगा, इसपर हमारे नेता का जो आदेश होगा उसका पालन करेंगे. दरअसल सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जब शुरू में हमें पता चला कि नया भवन बन रहा है तो हमें यह सुनकर बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था. आजादी के बाद जिस चीज की जहां से शुरुआत हुई, उसको रहने देना चाहिए. उसको विकसित करना चाहिए. अलग से नया बनाने का कोई मतलब नहीं है. हमें लगता है कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी. हम बराबर कह रहे हैं कि आजकल जो शासन में हैं, वो सारे इतिहास को बदल देंगे.
"नीति आयोग की नीति सही से लागू नहीं हो रहा. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने का कारण क्या है. बिहार पिछड़ा राज्य है. पटरी पर आने के बाद हमने मांग की लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया. यह नीति आयोग नहीं प्रधानमंत्री आयोग है. पीएम जो कहते हैं वही होता है. पक्षपात के कारण कई सीएम ने दूरी बना ली है."- कौशलेंद्र कुमार, सांसद, नालंदा
नए संसद भवन पर सियासत जारी: दिल्ली में 28 मई को संसद के नए भवन का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे. इसको लेकर सियासी माहौल गर्म है. कई विपक्षी दलों ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया है. वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी केंद्र सरकार पर हमला करते हुए पूछा है कि आखिर इसकी क्या जरूरत थी? पुरानी बिल्डिंग से इतिहास जुड़ा हुआ है. वहीं, नीति आयोग के बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश सहित 8 राज्यों के मुख्यमंत्री के बहिष्कार पर कहा कि यह नीति आयोग नहीं प्रधानमंत्री आयोग है. नीति आयोग के निर्णय को सही ढंग से लागू नहीं किया जा रहा है, पक्षपात हो रहा है.