नालंदा: बिहारशरीफ नगर निगम के पूर्व मेयर दिनेश कुमार के साथ ठगी का आरोपी अशोक प्रवीण भाई कपाड़िया सूरत का रहने वाला है. वहीं, एक अन्य आरोपी अमित विनोद कुलड़िया अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. दोनों आरोपियों ने पूर्व महापौर दिनेश कुमार से 49 लाख रुपए मदद के नाम पर लिया था.
बिहारशरीफः पूर्व मेयर से जालसाज़ी मामले में एक गिरफ्तार, दूसरा गिरफ्त से बाहर
बिहारशरीफ नगर निगम के पूर्व मेयर दिनेश कुमार के साथ ठगी करने के एक मामले में एक आरोपी को पुलिस सूरत से गिरफ्तार कर बिहारशरीफ लाई है. आरोपी ने पूर्व महापौर से 49 लाख रुपये मदद के नाम पर लिया था और कई साल बाद राशि वापस नहीं की.
मेडिकल की फीस भरने के बहाने मांगे पैसे
दर्ज प्राथमिकी में पूर्व मेयर द्वारा बताया गया कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर के डीवाई पाटिल कॉलेज में उनकी पुत्री मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी. उसी कॉलेज में अशोक प्रवीण भाई कपाड़िया भी पढ़ता था. जब वे बेटी से मुलाकात करने कोल्हापुर गए थे तो उसी वक्त अशोक द्वारा मेडिकल की फीस भरने के लिए पैसे नहीं होने की बात उसने कही थी. 14 लाख रुपया जमा नहीं करने पर पढ़ाई छोड़ने की बात बताई थी, जिसके बाद मेयर से मदद मांगी गई और उन्होंने उसकी मदद के रूप में 14 लाख दे दिए. वहीं, अमित द्वारा बिजनेस के नाम पर 35 लाख की मदद मांगी गई थी. दोनों की राशि बैंक के माध्यम से दी गई थी.
2017 में दर्ज कराई थी प्राथमिकी
राशि नहीं लौटाए जाने के बाद पीड़ित ने सो सराय थाना में वर्ष 2017 में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें इन दोनों सूरत निवासियों को अभियुक्त बनाया गया था. फिलहाल एक आरोपी को सूरत से गिरफ्तार कर पुलिस अपने साथ बिहारशरीफ ले लाई है.