नालंदा (अस्थावां): जिला मत्स्य पदाधिकारी उमेश रंजन ने बिंद प्रखंड के जहाना पंचायत में बुधवार को नल-जल कार्यों का जांच की. जांच के दौरान नल-जल योजनाओं में काफी गड़बड़ियां पाई गई हैं.
चापाकलों से बुझ रही लोगों की प्यास
नालंदा (अस्थावां): जिला मत्स्य पदाधिकारी उमेश रंजन ने बिंद प्रखंड के जहाना पंचायत में बुधवार को नल-जल कार्यों का जांच की. जांच के दौरान नल-जल योजनाओं में काफी गड़बड़ियां पाई गई हैं.
चापाकलों से बुझ रही लोगों की प्यास
जहाना पंचायत के वार्ड नंबर 1 और 2 में लोगों के घरों तक नल का जल नहीं पहुंच रहा है. जहाना पंचायत के लोगों को पेयजल के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. ग्रामीण अजीत कुमार, राजेन्द्र राम, कैलू राम, रामवालक राम ने कहा कि पीएचईडी विभाग ने लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने के लिए बोरिंग किया और टावर बनाया. लेकिन आज तक लोगों के घरों तक नल-जल की पाइप नहीं पहुंच सकी. पेयजल की किल्लत से लोग परेशान हैं. चापाकलों के सहारे लोग अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं.
करोड़ों रुपये खर्च लेकिन नहीं पहुंचा लोगों के घरों में पानी
उपप्रमुख नीलम देवी ने कहा कि सरकार ग्रामीण इलाकों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए हर घर नल जल योजना की शुरुआत की. हर घर नल जल योजना पर करोड़ों रुपये खर्च किये. लेकिन पानी सप्लाइ के लिए कहीं टंकी नहीं बनी, तो कहीं लोगों के घरों तक पाइप नहींं बिछी और कुछ जगहों पर तो बिजली के अभाव में आजतक बोरिंग ही चालू नहीं हो पाई. जांच करने आए अधिकारी ने कहा कि जांच में काफी गड़बड़ियां पाई गई है. आगे की कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी.