नालंदा: शहीद चितरंजन कुमार का पार्थिव शरीर सेना की हेलीकॉप्टर से राजगीर के हॉकी मैदान पहुंचा. पिछले दिनों झारखंड के चतरा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में घायल हुए सीआरपीएफ जवान का इलाज के दौरान निधन (CRPF Died In Chatra) हो गया था. झारखंड के राज्यपाल रमेश बैंस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक ही गाड़ी में बैठकर सीआरपीएफ कैंप पहुंचे. वहां पहुंचकर राज्यपाल रमेश बैस और सीएम हेमंत सोरेन ने शहीद सीआरपीएफ जवान चितरंजन कुमार को श्रद्धांजलि दी. शव को हेलिकॉप्टर से नालंदा के राजगीर लाया गया.
बिहार के नालंदा पहुंचा शहीद का पार्थिव शरीर : नालंदा ज़िले के आलाधिकारी डीएम शशांक शुभंकर, एसपी अशोक मिश्रा, सांसद कौशलेंद्र कुमार राजगीर विधायक कौशल किशोर सहित परिवार एवं सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए. शव पहुंचते ही शहीद जवान अमर रहे के नारे से गूंजा. इसके बाद शहीद चितरंजन कुमार को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. फिर यहां से शव यात्रा पैतृक गांव के लिए निकला. आपको बता दें कि झारखंड के चतरा स्थित बूढ़ा पहाड़ी में बीते 16 तारीख़ को नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान सेना के जवान गोली लगने से ज़ख्मी हो गए थे. जिन्हें इलाज के लिए रांची के रिम्स इलाज के लिए भर्ती कराया जहां देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई. शहीद जवान चितरंजन कुमार का पार्थिव शरीर आज पैतृक गांव राजगीर के चकपर भेजा जा रहा है. जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
नालंदा निवासी सीआरपीएफ जवान चितरंजन शहीद इसे भी पढ़ें- घायल सीआरपीएफ जवान की मौत, चतरा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में हुए थे जख्मी
नालंदा निवासी सीआरपीएफ जवान चितरंजन शहीद: शहीद हुए जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए झारखंड पुलिस के कई अधिकारियों साथ सीआरपीएफ के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ 190 बटालियन के जवान चितरंजन बिहार के राजगीर जिला के चकपर गांव निवासी थे. नक्सलियों के खिलाफ कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ चुके थे.
चतरा पुलिस मुठभेड़ में हुए शहीद:झारखंड के चतरा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में बुरी तरह घायल (CRPF jawan injured in encounter) हुए सीआरपीएफ जवान चितरंजन कुमार की इलाज के दौरान रांची के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई (CRPF injured jawan died) है. रविवार 18 सिंतबर को चतरा के प्रतापपुर थाना क्षेत्र (pratappur police station) के चतरा-पलामू सीमा पर स्थित बिरमाटकुम जंगल में हुए मुठभेड़ में सीआरपीएफ 190 बटालियन के जवान चितरंजन कुमार घायल हो गए थे. चितरंजन कुमार को एअरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए रांची लाया गया था.
पैर और कमर में लगी गोली: बताया गया कि गुप्त सूचना मिली थी कि रीजनल कमेटी सदस्य मनोहर गंझू बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से अपने दस्ते के साथ प्रतापपुर थाना क्षेत्र के जंगली इलाकों में घूम रहा है. इस अभियान के दौरान ही बिरमाटकुम जंगल में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद तत्काल मोर्चा संभालते हुए सुरक्षाबलों ने भी नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक जवान के पैर और कमर पर गोली लगी. इस मुठभेड़ के दौरान कुल 4 से अधिक नक्सलियों को भी गोली लगी है. जिसके बाद घायल नक्सलियों को उनके साथी लेकर जंगल से भागने में सफल रहे हैं.
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