मुजफ्फरपुर: बिहार में सर्दी के मौसम में कोहरे के कारण ट्रेनों का परिचालन रेलवे के लिए चुनौती बन जाती है. ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेलवे द्वारा कई अहम फैसले लिए जाते हैं. इसी क्रम में रेलवे ने कम होती विजिबिलिटी को देखते हुए ट्रेनों की रफ्तार को कम करने का आदेश दिया है.
विजिबिलिटी कम होने पर लिया फैसला:मिली जानकारी के अनुसार, ट्रेनों की रफ्तार 35 किमी प्रति घंटे तक घटा दी गई है. यात्रियों और रेलवे की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे बोर्ड के संरक्षा कार्यपालक निदेशक मुकुल कुमार ने कुहासे वाले इलाके में ट्रेनों की रफ्तार को सीमित कर दिया है. लोको पायलटों को इसका विशेष निर्देश जारी कर दिया गया है. ऐसे में अब कुहासा से विजिबिलिटी कम होने पर ट्रेनों की रफ्तार 60 से 75 किमी प्रति घंटे ही रखनी होगी.
ट्रेनों के परिचालन पर ब्रेक:वहीं, 75 किमी प्रति घंटा से अधिक तेज रफ्तार में ट्रेन के परिचालन को तत्काल रोक लगा दिया है. साथ ही यह भी कहा है कि रेल रूट में अधिक कुहासा होने और दृश्यता 10 मीटर से भी कम हो तो लोको पायलट स्वत: ट्रेन की गति तय कर उसका परिचालन करेंगे. रेलवे के ऑपरेटिंग के सभी मानकों को पालन करेंगे. इसके अलावा स्टेशन पर फॉगमैन और सिग्नल पर डेटोनेटर लगाने का निर्देश भी दिया है. मालूम हो कि, सामान्य दिनों में उत्तर बिहार में ट्रेनें 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है.