मुजफ्फरपुर:कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को वोट डाला जाना है. सभी दलों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. जेडीयू और राजद ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. तमाम नेता लगातार कुढ़नी में कैंप कर रहे हैं. बुधवार को महागठबंधन प्रत्याशी मनोज कुशवाहा के समर्थन में वोट मांगने के लिए तेजस्वी यादव भी पहुंचे. तुर्की ब्लॉक परिसर में जनसभा का आयोजन किया गया. हेलीकॉप्टर से डिप्टी सीएम के आने के साथ ही समर्थकों ने जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए.
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तेजस्वी यादव ने तुर्की में मनोज कुशवाहा के लिए मांगे वोट. मनोज कुशवाहा को वोट देने की अपीलः डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने लोगों से महागठबंधन के प्रत्याशी मनोज कुशवाहा को वोट देने की अपील की. उन्होंने कहा कि संविधान को बचाने के लिए यह लड़ाई लड़ी जा रही है. तेजस्वी ने कहा कि लालू जी और नीतीश कुमार ने मिलकर मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि किस दल का उम्मीदवार है यह महत्वपूर्ण नहीं है. महागठबंधन उम्मीदवार के रूप में मनोज कुशवाहा को वोट देने की अपील की. इस दौरान भाजपा पर जमकर प्रहार किया. भाजपा को झूठा पार्टी बताया. साथ ही कुढ़नी के जनता को पिछले बार राजद प्रत्याशी को जिताने के लिए धन्यवाद दिया.
भाजपा मुक्त बनानाः जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि 2024 में देश को भाजपा मुक्त बनाना है. इसलिए ये महागठबंधन बना है. उन्होंने मनोज कुशवाहा को वोट देने की अपील की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज देश की मीडिया पर पूंजीपतियों का कब्जा हो गया है. भाजपा पर जमकर हमला बोला. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि संविधान पर प्रहार किया जा रहा है. भाजपा को गद्दी से हटाना है. भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, आपसे गुजारिश करते हैं मनोज कुशवाहा को जीत दिलाएं. इससे आरक्षण बचेगा.
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चुनावी सभा में उमड़ी भीड़ः तेजस्वी यादव के साथ साथ पूर्व मुखमंत्री जीतनराम मांझी, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, मंत्री इसराइल मंसूरी, विधायक निरंजन राय समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे. जनसभा में तेजस्वी को देखने और उन्हें सुनने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ी थी. सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बता दें की पांच दिसंबर को कुढ़नी में उपचुनाव होना है.
'लालू जी और नीतीश कुमार ने मिलकर मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है. किस दल का उम्मीदवार है यह महत्वपूर्ण नहीं है. महागठबंधन उम्मीदवार के रूप में मनोज कुशवाहा को ज्यादा से ज्यादा वोट देकर जीताना है'- तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री
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दो दिसंबर को नीतीश कुमार करेंगे प्रचारः तेजस्वी यादव का कार्यक्रम 2 दिसंबर को भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कुढ़नी में है. कुढ़नी में 5 दिसंबर को मतदान होना है. ऐसे में अब चुनाव प्रचार के लिए बहुत ज्यादा समय बचा नहीं है. अंतिम समय में महागठबंधन के शीर्ष नेताओं ने अपनी ताकत झोंकने का फैसला लिया है. कुढ़नी में मुख्य मुकाबला बीजेपी और जेडीयू के बीच है. वैसे तो यह आरजेडी का सीटिंग सीट था, लेकिन आरजेडी ने सीट जेडीयू को दिया है. इससे पहले गोपालगंज और मोकामा विधानसभा उपचुनाव में अस्वस्थ होने के कारण मुख्यमंत्री ने चुनाव प्रचार नहीं किया था. इस को लेकर कई तरह की चर्चा भी होती रही. लेकिन अब तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार का एक साथ कार्यक्रम बन गया है. इसमें महागठबंधन की एकजुटता दिखाने की पूरी कोशिश होगी.
एआईएमआईएम और वीआईपी ने बढ़ाई परेशानीःआरजेडी के विधायक अनिल सहनी की सदस्यता समाप्त होने के बाद यह सीट खाली हुआ है. वहीं एआईएमआईएम और वीआईपी ने उम्मीदवार उतारकर कुढ़नी की लड़ाई दिलचस्प बना दिया है. इसलिए महागठबंधन के शीर्ष नेता एकजुटता दिखाने की आज से कोशिश करेंगे. तेजस्वी यादव के चुनाव प्रचार में उतरने से यादव और मुस्लिम वोट जेडीयू उम्मीदवार के पक्ष में लाने की कोशिश होगी.
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सहनी और भूमिहार वोट का बंटवारा तयःकुढ़नी उपचुनाव में कुशवाहा वैश्य, सहनी, यादव, भूमिहार और अल्पसंख्यक वोट महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है. आरजेडी के पूर्व विधायक अनिल सहनी भी महागठबंधन के फैसले से नाराज हैं. ऐसे में साहनी वोट का बंटवारा होना तय है. वहीं एआईएमआईएम ने गोपालगंज के बाद कुढ़नी में भी उम्मीदवार उतारकर महागठबंधन की परेशानी बढ़ा दी है. एआईएमआईएम ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस के सदस्य और पूर्व जिला पार्षद गुलाम मुर्तजा अंसारी को मैदान में उतारा है. ऐसे में मुस्लिम वोट का बंटवारा होना तय है.
जेडीयू और बीजेपी दोनों डैमेज कंट्रोल में जुटीःवीआईपी ने भूमिहार समाज से आने वाले नीलाभ को टिकट दिया है. नीलाभ चार बार विधायक रह चुके साधु शरण शाही के पोते हैं. ऐसे में भूमिहार वोट का बंटवारा होना भी तय माना जा रहा है. इस कारण से ना केवल महागठबंधन बल्कि बीजेपी खेमे में भी परेशानी बढ़ी हुई है. डैमेज कंट्रोल के लिए दोनों तरफ से प्रयास हो रहे हैं. यहां बीजेपी ने अपने भूमिहार नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारा है.