मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को लेकर लगी निषाद पंचायत में जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान निषाद संघर्ष मोर्चा (Nishad Sangharsh Morcha) के जिलाध्यक्ष के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. निषाद संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सहनी ने बताया कि निषाद संघर्ष मोर्चा के नाम पर निषादों को गुमराह कर उनके वोट की राजनीति की जा रही है. सहनी समाज को लड़ाया जा रहा है. वोटरों को मतदान करने के लिए यहां बुलाया गया था लेकिन वोटरों के साथ राजनीति की जा रही है.
कुढ़नी विधानसभा उपचुनावः निषाद महापंचायत में जमकर हंगामा, कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी, देखें वीडियो... - Etv Bharat Bihar
Kudhani assembly by election बिहार के मुजफ्फरपुर में कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को लगी निषाद महापंचायत में जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने निषाद संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष के समर्थन में खूब नारेबाजी की. इस दौरान अफरातफरी का माहौल रहा. देखें वीडियो...
वीआईपी के समर्थकों ने किया हंगामाः दरअसल कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को लेकर निषाद संघर्ष मोर्चा के द्वारा वोटरों को एकजुट करने के उद्देश्य से खेल स्टेडियम में निषाद महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत में निषाद समाज के दोनों प्रत्याशी शेखर सहनी और संजय सहनी के पक्ष में निषाद समाज के मतदाताओं से मतदान के लिए जैसे ही निषाद संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र सहनी ने अपील की वैसे ही वीआईपी के समर्थक हंगामा करने लगे.
हंगामे की घटना को दुर्भग्यपूर्णःबताया जा रहा है कि VIP के मुकेश सहनी द्वारा भूमिहार उम्मीदवार को मैदान में उतारने से सहनी वोटरों में नाराजगी है. यही कारण है कि हंगामा हुआ. वीआईपी के समर्थकों ने आरोप लगाया की निषाद संघर्ष मोर्चा के नाम पर निषादों को गुमराह कर उनके वोट की राजनीति की जा रही है. वहीं शेखर सहनी और संजय सहनी दोनों ने हंगामे की घटना को दुर्भग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था.
5 दिसम्बर चुनावः कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव 13 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा. 5 दिसम्बर को होने वाले उपचुनाव के लिए नाम वापसी की अंतिम तारीख 21 नवंबर थी जिसके बाद चुनावी मैदान में कुल 13 उम्मीदवार बचे हैं. कुढ़नी में कुल 21 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था लेकिन स्क्रूटनी के बाद 8 का पर्चा ख़ारिज हो गया. ऐसे में अब 13 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होना है जिसमें भाजपा और जदयू को कई अन्य उम्मीदवारों से कड़ी टक्कर होगी.