मुजफ्फरपुर (बोचहां): जिले के बोचहां प्रखंड के सभागार भवन में प्रखंड प्रमुख शकुंती देवी की अध्यक्षता में पंचायत समिति के सदस्यों की बैठक आयोजित की गई. बैठक में बाढ़ राहत का मुद्दा छाया रहा. बाढ़ राहत की मांग को लेकर सभागार में नारेबाजी हुई. वहीं, राशन कार्ड के नाम पर हो रहे हेराफेरी, मनरेगा में भष्ट्राचार के साथ बिना रिश्वत के कार्य नहीं होने का भी मुद्दा उठाया गया. पीएचईडी में लापरवाही, बाल विकास परियोजना अधिकारी की उदासीनता, पशुपालन विभाग की उदासीनता और पीडीएस विक्रेता की ओर से राशन में निर्धारित मूल्य से अधिक लेने की चर्चा हुई. विभाग की कार्रवाई का प्रस्ताव सदन में एक सहमति से पारित किया गया.
बैठक में हुआ हंगामा
मुखिया संघ अध्यक्ष की ओर से प्रस्ताव लाया गया कि राशन कार्ड में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गई है और इसमें डाटा ऑपरेटर ओमप्रकाश की मिलीभगत है. सदन के माध्यम से सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास हुआ कि जितने भी राशन कार्ड बनाए गए हैं. उसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसमें एसडीओ कार्यालय के भी कर्मी संलिप्त हैं. मुखिया राजन कुमार सिंह ने प्रस्ताव उठाया गया कि जीविका की ओर से पंचायतों को ओडीएफ घोषित किया गया और शौचालय का निर्माण कराया गया. लाभुकों से कर्ज लेकर शौचालय का निर्माण कराया गया. लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक पैसा उनके खाते में नहीं गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जीविका के दीदी की ओर से 2 हजार लेकर लाभुकों के खाते में पैसा भेजा जाता है. जिन लाभुकों ने पैसा नहीं दिया उनका भुगतान अभी तक नहीं हुआ है. मनरेगा की ओर से शेड निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है. शेड का निर्माण से पूर्व पीओ की ओर से 20 हजार रुपये की मांग पीआरएस के माध्यम से की जा रही है.