मुजफ्फरपुर: बिहार में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. इसे देखते हुए डीआरडीओ और सेना ने एक हजार के अस्थायी कोविड अस्पताल के निर्माण कार्य में तेजी की है. वहीं मुजफ्फरपुर के पताही में पांच सौ बेड के अत्याधुनिक कोविड अस्पताल के निर्माण का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. जिसमें 125 बेड का आईसीयू भी शामिल है. जिसके निर्माण को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पताही में पहुंचकर ग्राउंड जीरो का जायजा लिया.
मुजफ्फरपुर: युद्धस्तर पर चल रहा है 500 बेड का अस्थायी कोविड अस्पताल के निर्माण का कार्य
मुजफ्फरपुर में 500 अस्थायी बेड का कोविड अस्पताल बन रहा है. इसके निर्माण कार्य में डीआरडीओ और सेना लगी हुई है. उत्तरी बिहार की जनता के लिए ये वरदान साबित होगा.
500 बेड के अस्थायी कोविड अस्पताल
कोरोना संक्रमण की चुनौती से निपटने के लिए डीआरडीओ की तकनीकी टीम के मार्गदर्शन में मजफ्फरपुर में बन रहे अस्थायी हॉस्पिटल को बनाने के लिए एक हजार से अधिक टेकनीशियन और श्रमिक रात-दिन काम में जुटे हुए है. टेंट से बन रहा यह स्पेशल कोविड अस्पताल पूरी तरह वातानुकूलित भी होगा. वहीं पांच सौ बेड का दूसरा अस्पताल पटना में भी बन रहा है. इन दोनों अस्पतालों में 125-125 बेड आइसीयू के साथ 800 मरीजों के लिए ऑक्सीजन सुविधा से लैश बेड भी उपलब्ध होंगे.
उत्तर बिहार को मिलेगा वरदान
दोनों अस्पतालों के निर्माण की स्थिति और इससे जुड़े कार्य की प्रगति को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के अधिकारी सतत मोनिटर कर रहे है. इस अस्पताल में सेना के ही डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ काम करेंगे.इससे पहले दिल्ली में डीआरडीओ और सेना कोविड-19 के खिलाफ जंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अस्थायी हॉस्पिटल की सुविधा उपलब्ध करा रहे है. जिसके दूसरे चरण में अब बिहार में भी इन सुविधाओं को शुरू किया जा रहा है. जिसका फायदा मुजफ्फपुर के साथ-साथ उत्तर बिहार के दूसरे जिले के जनता के लिए भी वरदान साबित होगा.