मुजफ्फरपुर: बिहार में गर्मी और उमस के बढ़ने के बाद मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में एक बार फिर से बच्चों में होने वाली एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) बीमारी के मरीज अस्पताल पहुंचने (Chamki Bukhar in Muzaffarpur) लगे. मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण मेमोरियल मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, अब तक मुजफ्फरपुर और आसपास के जिले से एईएस के लक्षण वाले कुल 10 बच्चे भर्ती (AES Cases in muzaffarpur) हुए हैं.
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गर्मी बढ़ते ही बढ़ी परेशानी :एसकेएमसीएच के एईएस के नोडल अधिकारी और शिशु रोग विभागाध्यक्ष जी एस सहनी ने बताया कि फिलहाल गर्मी के मौसम में तापमान में वृद्धि की शुरूआत हुई है. उन्होंने कहा कि फिलहाल दो संदिग्ध मरीज भी भर्ती हैं. इसकी जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. उन्होंने बताया कि कई जांच के बाद ही एईएस की पुष्टि होती है, जिसमें एक सप्ताह का भी समय लग जाता है. उल्लेखनीय है कि मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाके में जैसे ही गर्मी और उमस बढ़ती है, वैसे ही इस बीमारी से बच्चे ग्रसित होने लगते हैं. प्रतिवर्ष इस बीमारी से बच्चों की मौत होती है.
मुजफ्फरपुर चमकी से सबसे ज्यादा प्रभावित :मुजफ्फरपुर जिले में खासकर मीनापुर, कांटी, मुसहरी और पारू प्रखंड के कई गांवों में इस बीमारी ने लोगों को खासा परेशान किया है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर ग्रामीणों क्षेत्रों में जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है, लेकिन आजतक इस बीमारी से निजात दिलाने में सफलता नहीं मिली है. राहत की बात है कि पिछले साल इस बीमारी के कम मरीज सामने आए हैं.