मुजफ्फरपुर: जिले में बाढ़ और कोरोना से जूझ रहे लोगों की परेशानी इन दिनों और बढ़ गई है. बारिश थमने और तेज उमस भरी गर्मी पड़ने से एक बार दोबारा मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के जिलों से चमकी बुखार से जुड़े मामले सामने आने लगे हैं. पिछले तीन दिनों में मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच मेडिकल कालेज के अत्याधुनिक पीकू वार्ड में तेज बुखार के लक्षण वाले 9 बच्चे इलाज के लिए भर्ती किये गए हैं. जिसमें चार बच्चो में एईएस की पुष्टि हो चुकी है.
मुजफ्फरपुर में सामने आए चमकी बुखार के मामले, AES से एक बच्ची की मौत
मुजफ्फरपुर में एक बार फिर से चमकी बुखार ने दस्तक दे दी है. जिसकी वजह से अब तक आठ बच्चों की मौत हो गई है. वहीं, एसकेएमसीएच मेडिकल कालेज के पीकू वार्ड में चमकी के लक्षण वाले 9 बच्चे इलाजरत हैं.
चमकी बुखार का प्रकोप
बताया जा रहा है कि बुधवार की देर रात चमकी बुखार से पीड़ित पश्चिम चंपारण की एक बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई. हालांकि, पीकू वार्ड में बेहतर इलाज और कम गर्मी पड़ने के कारण इस बार अभी तक मुजफ्फरपुर और उससे सटे जिलों में चमकी बुखार के 60 मामले सामने आए. जिसमे अभी तक आठ बच्चों की मौत चमकी बुखार से हो गई है. वहीं, इस वक्त एसकेएमसीएच मेडिकल कालेज के पीकू वार्ड में चमकी के लक्षण वाले 9 बच्चे इलाजरत हैं. जिसमे मुजफ्फरपुर जिले के पांच, वैशाली का एक, समस्तीपुर का एक, सीतामढ़ी का एक और पश्चिम चम्पारण का एक बच्चा शामिल है.
लोगों को कर रहे जागरुक
वहीं, इस साल पहली बार सर्वाधिक प्रभावित 169 गांवों को जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह की देखरेख में गांवों को गोद लेकर वहां जागरूकता के साथ गरीबों को सरकारी योजनाओं के लाभ की पड़ताल की जा रही है. मौत की दर कम हो, इसके लिए इस बार विभाग ने नई रणनीति बनाई जा रही हैं. इसके तहत आशा, एएनएम, ग्रामीण चिकित्सकों को जागरूक और प्रशिक्षित किया जा रहा है. जिससे कि लोग जागरुक हो और जरा सा भी लक्षण पाये जाने पर बच्चों को तत्काल आस्पाताल में भर्ती कराया जा सके.