मुंगेर: स्वास्थ्य विभाग के सभी संविदा कर्मी अपनी ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इस हड़ताल के कारण कोरोना संदिग्धों की जांच नहीं हो पा रही है. साथ ही संक्रमित मरीजों का डाटा नहीं मिल पा रहा है. कोरोना संक्रमण काल में राज्य भर के संविदा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है.
हड़ताल से कोरोना जांच और इलाज पर व्यापक असर
बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ जिला इकाई मुंगेर से जुड़े डाटा ऑपरेटर, अस्पताल प्रबंधक, लेखापाल और सामुदायिक उत्प्रेरक 17 सूत्री मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. सोमवार को ये लोग सांकेतिक हड़ताल पर रहे. इसके कारण कोरोना के इलाज और जांच में व्यापक असर पड़ा. वहीं मंगलवार इनके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से कोरोना संदिग्धों की जांच नहीं हो पा रही है. साथ ही वही कोरोना संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में एडमिट भी नहीं कराया जा सका. मरीज अपने घर पर ही रहे.
मुंगेर: संविदा कर्मियों के हड़ताल से कोरोना मरीजों के इलाज में हो रही परेशानी - कोरोना मरीजों के इलाज में हो रही परेशानी
स्वास्थ्य विभाग के सभी संविदा कर्मी अपनी ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इस हड़ताल के कारण कोरोना संदिग्धों की जांच नहीं हो पा रही है.
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आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज नहीं हो सके कोरोना मरीज
आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कई मरीजों का 10 दिन उपचार के बाद सोमवार या मंगलवार को डिस्चार्ज किया जाना था. ऐसे मरीजों की सूची तैयार नहीं होने के कारण कोई मरीज आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज नहीं हो सका. इसके अलावा मरीजों की सूची भी विभाग की साइट से अपलोड नहीं की जा सकी. इस कारण सोमवार को एक भी मरीज के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि विभागीय स्तर पर नहीं हो सकी.