मुंगेर:बिहार के मुंगेर में टीईटी शिक्षक संघ (TET Teachers Association) के प्रमंडलीय संयोजक सह जिलाध्यक्ष राहुल देव सिंह के नेतृत्व में जिला इकाई सदस्यों ने जिला शिक्षा विभाग के खिलाफ आंदोलने शुरू कर दिया है. तीन साल से लंबित नव-प्रशिक्षित शिक्षकों के अन्तरवेतन (एरियर) भुगतान में अनियमितता को लेकर शिक्षक संघ ने काला दिवस मनाकर चरणबद्ध आंदोलन का आगाज कर दिया है.
ये भी पढ़ें- TET शिक्षकों का एक दिवसीय धरना, सरकार पर लगाया सौतेला व्यवहार का आरोप
टीईटी शिक्षक संघ मनाया काला दिवस: टीईटी शिक्षक संघ के सभी प्रखण्ड इकाई के द्वारा केवल चिन्हित और चयनित शिक्षकों को एरियर भुगतान करने पर आक्रोशपूर्ण एवं उग्र होकर काला दिवस सभी प्रखंड में मनाया. संघ के प्रमंडलीय संयोजक सह जिलाध्यक्ष राहुल देव सिंह और उपाध्यक्ष विकास कुमार यादव ने बताया की विगत तीन साल से लंबित एरियर भुगतान हेतु संघ के द्वारा विगत तीन सालों से बारम्बार ज्ञापन सौंपकर वार्ता किया.
शिक्षा विभाग के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद: जिला शिक्षा विभाग ने सुनियोजित तरीके से आवंटन के अनुपलब्धता का हवाला देकर विभिन्न प्रखण्डों के केवल चयनित और चिन्हित शिक्षकों का अन्तरवेतन भुगतान आखिरकार किस मद से किन मापदंड के अनुपालनार्थ किया गया है. यह गंभीर जांच का विषय है. उन्होंने बताया कि सरकार एक तरफ से शिक्षकों से आउटपुट ढूंढती है, जबकि जिला शिक्षा विभाग के पदाधिकारी शिक्षकों को मानसिक शोषण कर उनको प्रताड़ित करती है. ऐसे में आउटपुट कितना मिल पायेगा.
शिक्षा विभाग के रवैया से शिक्षक में नाराजगी: जिला शिक्षा विभाग के द्वारा इस प्रकार पक्षपातपूर्ण रवैये द्वारा भुगतान किये जाने से टीईटी शिक्षक स्वयं को उपेक्षित और ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. टीईटी शिक्षक संघ के प्रदेश कार्यकारिणी इस बाबत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव और प्राथमिक शिक्षा निदेशक को पत्र के माध्यम से मामले को अवगत करवाएंगे.
जिला संयोजक राकेश कुमार यादव और जिला महासचिव प्रभाकर भारती ने तल्ख स्वर में बताया कि काला दिवस आन्दोलन का आगाज है. जिला शिक्षा विभाग द्वारा गुपचुप तरीके से एरियर भुगतान पर बताया की संघ शीघ्रता शीघ्र इस मामले को जिला पदाधिकारी के समक्ष रखकर टीईटी शिक्षकों के साथ न्याय करने की गुहार लगायेगा.
जिसके बाद अपने हक अधिकार को प्राप्त के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष उग्र आन्दोलन कर निकट तिथि से आमरण अनशन करेगा. जिला सचिव संदीप कुमार और मीडिया प्रभारी कन्हैया पांडे ने बताया की जिला शिक्षा विभाग सदैव शिक्षकों का मानसिक शोषण करती आयी है. चिकित्सा-अवकाश एवं मातृत्व-अवकाश के नाम पर शिक्षक/शिक्षिकाओं का भयादोहन किया जाता है.
जिले के सभी प्रखंड से शामिल हुए शिक्षक: ध्यातव्य है कि पंचायती-राज और नगर निकाय संस्थान अन्तर्गत कार्यरत शिक्षकों का वेतन से कटौती की गयी. ईपीएफ की राशी नवम्बर 2021 के बाद शिक्षकों के खाते में अद्यतित नहीं है. साथ ही जिले के विभिन्न प्रखण्ड में अलग-अलग शिक्षकों के खाते में जमा की गयी ईपीएफ की राशी में काफी विषमता पायी गयी है, जो जांच का विषय है. जिला इकाई के तरफ से काला दिवस कार्यक्रम में टीईटी शिक्षक अमर आकाश अखण्ड, कुणाल किशोर, रीतेश कुमार, विकास पुरी, मुकेश कुमार, शैलेन्द्र किशोर शरण, ब्रजेश कुमार, अरविंद राम सहित अन्य शिक्षक मौजूद थे.
ये भी पढ़ें- कैमूर: नियोजित शिक्षकों का अनोखा प्रदर्शन, सामूहिक मुंडन करा की घंटों नारेबाजी