मुंगेर: सरकारी कार्यालयों में रिश्वतखोरीअब आम बात हो गई है. हालांकि इस पर रोक लगाने के लिए मुंगेर के डीएम नवीन कुमार (Munger DM Naveen Kumar) ने अनूठी पहल की है. उन्होंने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. साथ ही कहा कि शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई होगी.
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मुंगेर जिलाधिकारी ने रिश्वतखोरी रोकने के लिए हेल्पलाइन नंबर (06344-222707) जारी किया है. इस पर कोई भी व्यक्ति घूस लेने वाले अधिकारियों के बारे में सूचना दे सकते हैं. सूचना पर त्वरित कार्रवाई होगी. इसके लिए 24 घंटे टीम की भी तैनाती कर दी गई है.
डीएम नवीन कुमार से बातचीत डीएम नवीन कुमार ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई हुई है. जिले में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. हेल्पलाइन नंबर को अटेंड करने के लिए दो कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. हेल्पलाइन में आई सूचना पर कार्रवाई के लिए क्यूआरटी (QRT) टीम का भी गठन किया गया है. जिसमें एक एडीएम रैंक के पदाधिकारी और एक डीएसपी रैंक के पदाधिकारी शामिल हैं.
डीएम ने कहा कि यह क्यूआरटी टीम चौबीसो घंटे कार्यरत रहेगी. फिलहाल हेल्पलाइन नंबर सुबह 10:00 बजे से 5:00 बजे तक सेवा में रहेगा. आने वाले दिनों में इसे 24 घंटे के लिए किया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी काम के एवज में अगर कोई सरकारी बाबू पैसे की मांग करता है तो कोई व्यक्ति अधिकारी को पैसा ना दें बल्कि हेल्पलाइन पर उसकी सूचना दें.
जिलाधिकारी ने कहा कि हेल्पलाइन पर जैसे ही सूचना दी जाएगी, उस सूचना को रजिस्टर में मेंटेन किया जाएगा. उसके बाद हमारी क्यूआरटी टीम वाहन से शिकायतकर्ता के पास पहुंचेगी. जांच के क्रम में अगर सूचना सही हुई तो संबंधित रिश्वत मांगने वाले अधिकारी पर एफआईआर (FIR) दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति काम के एवज में घूस ना दें, क्योंकि घूस लेना और देना दोनों अपराध है.
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डीएम नवीन कुमार ने इसी सप्ताह जिला अभिलेखागार में अभिलेख का नकल निकालने के एवज में सरकारी बाबू द्वारा रिश्वत लेने के आरोप में दो सरकारी अधिकारी और दो बाहरी दलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. डीएम ने कहा इसी सप्ताह एक शिकायतकर्ता ने बताया कि अभिलेखागार से नकल निकालने के एवज में वहां पर तैनात संजय यादव सरकारी कर्मी पैसे की मांग कर रहा है. हमने स्वयं वहां छापेमारी की. चार व्यक्तियों से 25,000 से अधिक रकम बरामद भी किया. उन चारों पर प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया गया है. आने वाले समय में हम और बेहतर काम करेंगे. भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे.
जिलाधिकारी ने सभी कर्मियों से भी अपील की है वे सरकारी काम को पूजा समझ कर करें. जनता की सेवा करने के लिए अधिकारी बने हैं, काम के एवज में पैसे लेने का विचार नहीं रखे. साथ ही कहा कि आम जनता में जागरूकता और भ्रष्टाचार का प्रतिरोध करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा. जनउपयोगी सेवाओं के लिए सिटीजन चार्टर लागू किया जायेगा. जिसमें दायित्व और उसके निष्पादन की अवधि तय की जायेगी.