मुंगेर:यूं तो गर्मी का मौसम लोगों को रास नहीं आता है. लेकिन, इस सीजन में मिलने वाले आम सभी को भाता है. हर वर्ग के लोग इसे बड़े ही चाव से खाते हैं. जिले का दुधिया मालदह आम देशभर में मशहूर है. ये आम आने वाले एक सप्ताह में पूरी तरह से पक कर तैयार हो जाएगा.
मुंगेर का दुधिया मालदह आम मुंगेर के चौरम्बा इलाके का दुधिया मालदह आम स्वादिष्ट होता है. यह आकार में बड़ा, इसके छिलके और गुठली काफी पतली होती है. मालदह आम की मिठास के कारण इसकी डिमांड मुंगेर के अलावा कई प्रदेशों में है. यहां की 60 हेक्टेयर भूमि पर दूधिया मालदह आम की पैदावार होती है. जानकारी के मुताबिक इस इलाके में आम की सालाना 5 से 6 करोड़ रुपये का कारोबार होता है.
दूसरे प्रदेशों में भी है डिमांड
इन आमों की डिमांड पूरे भारत में है. चोरंबा के आमों को लेने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. ये आम राजनीतिक दिग्गजों, नेता, विधायकों, सांसद और मंत्री तक पहुंचाए जाते हैं. इसके अलावा यहां के लोग रिश्तेदारों के यहां तोहफे के रूप में आम भेजना पसंद करते हैं.
मुंगेर के आम हैं देशभर में प्रसिद्ध 20 से अधिक प्रजाति है यहां
मुंगेर में आम की 20 प्रजातियां उगाई जाती हैं. आम के बड़े-छोटे पेड़ों पर 3 से 4 हजार आम प्रतिवर्ष आते हैं. जिले में मुख्य रूप से मालदह, सुकूल, चौसा, लंगड़ा, दुधिया मालदह, फजली, मिठुआ, सिनुरिया, गुलाब खास, किशुनभोग, हिमसागर, जर्दालु, बंबईया सहित 20 प्रजाति के आम का उत्पादन होता है.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट यहां की मिट्टी है अनुकूल
आम की पैदावार के लिए लाल जलोढ़ मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. इस संबंध में कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक मुकेश कुमार ने बताया कि मुंगेर में लाल मिट्टी काफी क्षेत्रों में पाई जाती है. इस कारण आम की पैदावार 60 हेक्टेयर में होती है. बरियारपुर, धरहरा, जमालपुर, हवेली खड़गपुर के अलावा बड़े पैमाने पर सदर प्रखंड के चोरम्बा इलाके में आम की पैदावार होती है. चोरंबा इलाके का मालदह पूरे देश में प्रसिद्ध है.
बाजारों में आने के लिए तैयार हैं आम